Wrestler Protest: राज्यसभा सांसद और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध करने वाले पहलवानों की आलोचना की थी. जिस पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार (28 अप्रैल) को प्रतिक्रिया व्यक्त की. प्रियंका ने कहा कि हमें सामूहिक रूप से हमारी महिला खिलाड़ियों के लिए बोलने की जरूरत है. 


पीटी उषा ने गुरुवार (27 अप्रैल) को कहा था कि पहलवानों में अनुशासन की कमी है, क्योंकि वे सिंह के खिलाफ अपना विरोध फिर से शुरू करने के बजाय उनके पास जाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. उषा ने कहा था कि हमारा मानना है कि यौन उत्पीड़न की शिकायतों के आईओए की एक समिति और एथलीट आयोग है. उन्होंने ने आरोप लगाए कि सड़कों पर दोबारा जाने के बजाय उन्हें हमारे पास आना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा बिल्कुल नहीं किया वे आईओए में नहीं आए.



खेल के लिए नहीं है अच्छा
उषा से यह सवाल पूछा गया था कि क्या आईओए पहलवानों से संपर्क करेगा, क्योंकि वे इस बात पर अड़े हैं कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे प्रदर्शन स्थल नहीं छोड़ेंगे. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 'थोड़ा तो अनुशासन होना चाहिए. हमारे पास आकर वे सीधे सड़कों पर चले गए हैं. यह खेल के लिए अच्छा नहीं है.'


उषा के किए गए कमेंट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि देश की छवि तब खराब होती है, जब यौन उत्पीड़न के आरोपी सांसद बच जाते हैं, जबकि पीड़ितों को न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ता है. प्रियंका ने कहा कि आई एक सॉरी मैम मुझे खेद है कि हमें अपने खिलाड़ियों के लिए बोलना चाहिए. हमें उन पर छवि खराब करने का आरोप नहीं लगाना चाहिए. खिलाड़ी हमारे देश के लिए प्रशंसा हासिल करते हैं और उन पर गर्व करना चाहिए. 


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