Adhir Ranjan Chowdhury On President of Bharat Row: जी-20 डिनर के निमंत्रण में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखने को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये लोग डरे हुए हैं.


कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''अरब देश और ईरानिया लोग हिंदू कहते थे. इनकी जबान पर हिंदूस नहीं आता था. हिंदूस का मतलब सिंधू नदी के पास के इलाके को हिंदुस्तान कहा जाता था. इतिहास को गौर से देखेंगे तो हिंदू नाम विदेशी देशों ने दिया है.'' 


उन्होंने आगे कहा, ''रिपब्लिक ऑफ भारत कहने की क्या जरूरत है? ये नाम तो अंग्रेजी भाषा है. आधा अंग्रेजी और आधा भारतीय बोलने पर इन्हें क्यों लगता है कि अच्छा हो गया? मुझे लगता है कि पीएम मोदी इंडिया नाम से डरे हुए हैं.''


अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा?
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए दावा किया कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' बना है, तब से ही पीएम मोदी की नफरत बढ़ती गई है. इस कारण ही वो ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन की बात करने लगे. 






उन्होंने आगे कहा कि ये लोग (केंद्र सरकार) को ब्रिटिश लोगों से इतनी ही नफरत है तो पहले राष्ट्रपति भवन को त्यागना चाहिए है क्योंकि ये वायसराय हाउस था. इंडिया नाम से इतनी नफरत है तो नॉर्थ ब्लाक और साउथ ब्लॉक खाली करा दो. जरूरत पड़े तो इसपर गोला दागो और उड़ा दो.


दरअसल 28 दलों वाले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) नाम है. इसमें कांग्रेस, टीएमसी, डीए्मके, जेडीयू और शरद पवार की एनसीपी सहित कई दल शामिल है. 


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