कांग्रेस में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भूमिका लगातार बढ़ रही है. पिछले कुछ दिनों से उन्होंने सोनिया गांधी से कई मुलाकात की हैं. साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं के साथ वो रणनीति बनाने का काम कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि मिशन 2024 की तैयारी चल रही है. साथ ही प्रशांत किशोर जल्द पार्टी में शामिल भी हो सकते हैं. 


प्रशांत किशोर एक के बाद एक कांग्रेस की रणनीति बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. इसी सिलसिले में बुधवार 20 अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी दिल्ली पहुंचे और प्रशांत किशोर की मौजूदगी में सोनिया गांधी के निवास पर दोनों राज्यों में कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा हुई.


सीधे सोनिया को रिपोर्ट सौंपेंगे प्रशांत
गौरतलब है कि राहुल गांधी की मौजूदगी में भी 10 जनपथ पर हुई बड़े नेताओं के साथ पहली ही बैठक में प्रशांत किशोर ने अपने प्रजेंटेशन में उन राज्यों में दूसरे छेत्रीय दलों से गठबंधन की पैरवी भी की थी जहां जहां कांग्रेस कमजोर है. अब सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर की कांग्रेस में औपचारिक एंट्री भी जल्द हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक़ प्रशांत किशोर प्रमुख तौर पर दो काम पर फोकस करेंगे. प्रशांत विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए रणनीति बनाएंगे. वे सभी राज्यों के प्रभारियों से भी सीधे संपर्क में रहेंगे. साथ ही प्रशांत गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत और सीट बंटवारे पर भी खुद बात करेंगे. प्रशांत इसकी रिपोर्ट सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देंगे. 


राहुल गांधी ने दिए अधिकार
गौर करने वाली बात ये है कि उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनावों के वक्त भी राहुल गांधी ने जब सारी रणनीति का जिम्मा प्रशांत किशोर को सौंपा था तब भी प्रशांत किशोर पार्टी में किसी औपचारिक पद पर नहीं थे, लेकिन आलाकमान का संदेश साफ था, प्रशांत किशोर के फैसले आखरी फैसले होंगे. इस बार भी जिस तरह से राहुल गांधी के विदेश दौरे पर होने के बावजूद प्रशांत किशोर तमाम रणनीतिक बैठकों में शामिल हो रहे हैं, उससे साफ है कि राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रशांत को फैसले करने और रणनीति बनाने की पूरी आजादी देने का मन बना लिया है.


सूत्रों के मुताबिक़ कुछ वक्त पहले भी प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल किए जाने की चर्चा थी और प्रशांत किशोर खुद भी कांग्रेस में महासचिव स्ट्रेटजी और प्लानिंग का पद लेने के इच्छुक भी थे, लेकिन तब पार्टी के कई नेताओं इसका विरोध कर दिया था और ये फैसला टल गया था. सूत्रों के मुताबिक़ प्रशांत किशोर को इस बार संगठन में महासचिव जैसे किसी प्रभावशाली पद पर शामिल कराया जा सकता है. 


प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को दिए कई सुझाव
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को अपने प्रजेंटेशन में कई सुझाव दिए हैं, उनमें सबसे अहम है कि कांग्रेस को फुल टाइम अध्यक्ष की ज़रूरत है और ये तय समय पर जल्द से जल्द किया जाना चाहिए. प्रशांत किशोर ने अपने प्रजेंटेशन में देशभर में लोकसभा की 370 से 400 सीटों पर फोकस करने, बिहार-यूपी और ओडिशा में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने और तमिलनाडु और महाराष्ट्र में गठबंधन करने की सलाह दी है.


प्रशांत किशोर ने 52 स्लाइड का प्रजेंटेशन दिया था. जिसमें 18 स्लाइड तो कांग्रेस की कम्युनिकेशन स्ट्रैटजी से जुड़ी थीं. 10 स्लाइड में बताया गया कि किन राज्यों से पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं. 4 स्लाइडों में प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि किन राज्यों में पार्टी को तुरंत मजबूत करने की जरूरत है. 4-5 राज्यों में गठबंधन बनाने की सलाह दी है. प्रशांत किशोर ने इमेज बिल्डिंग से जुड़े कुछ प्रस्ताव भी दिए. यही नहीं प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की पूरी कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी बदलने की ज़रूरत पर भी जोर दिया. 


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