Prajwal Revanna Obscene Video Case: पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना का महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाने और उनके साथ जबरदस्ती करने के आरोप को लेकर विवाद जारी है. इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने कनार्टक के डीजीपी को मामले में तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है. 


एनसीडब्ल्यू ने कनार्टक के डीजीपी लिखे लेटर में कहा, ''हम मामले की निंदा करते हैं. ऐसे में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर हमें तीन दिन के भीतर रिपोर्ट दें.'' हाल ही में कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नागलक्ष्मी चौधरी ने भी सरकार को एक पत्र लिखा था.


इसके बाद मामले की जांच को लेकर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया था. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों की तीन सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) बिजय कुमार सिंह करेंगे. एसआईटी को शीघ्र अपनी जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है. 


दरअसल, हाल ही में प्रज्वल की संलिप्तता वाले कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए हैं. इसके बाद से कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बीजेपी और जेडीएस पर हमलावर है. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कार्रवाई होगी. 


किसने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मामले को लेकर सोमवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर चुप क्यों हैं ? उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, 'जिस नेता के कंधे पर हाथ रखकर प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाते हैं, जिस नेता का चुनाव प्रचार करने 10 दिन पहले प्रधानमंत्री स्वयं जाते हैं, मंच पर उसकी प्रशंसा करते हैं.. आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है.''


वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के हमले के बीच आज कहा कि हम चाहते हैं कि इसके खिलाफ जांच हो. हमारे गठबंधन साथी जेडीएस ने भी ये ही कहा है. कानून राज्य सरकार का विषय है और कांग्रेस की सरकार ने अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की है. 


इनपुट भाषा से भी.


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