जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के बारामूला जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों (Terrorists) को मार गिराया. क्रीरी इलाके के नाजीभट में हुई इस मुठभेड़ में पुलिसकर्मी मुदासिर (Mudassir) भी शहीद हो गया. आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत देने वाले मुदासिर के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है. 


उन्होंने कहा, ''मुझे फ़ख़्र है कि इसकी (बेटे) कुर्बानी की वजह से 1000 नागरिकों की जान बच गई. मुझे खुशी है. जान दे दी उसने. वापस नहीं आएगा लेकिन मुझे गर्व है. पूरी बिरादरी फ़ख़्र कर रही है. उसने लड़ते-लड़ते जान दे दी.'' पिता के इस बयान को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रीट्वीट किया है. 






जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों का लगातार ऑपरेशन जारी है. सुरक्षाबलों ने जनवरी से अब तक लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 26 विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया है. आज कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों ने घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करते हुए लश्कर के तीन आतंकवादियों को मार गिराया.


कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि इस साल मारे गए 26 विदेशी आतंकवादियों में से 14 मसूद अजहर के संगठन जैश से ताल्लुक रखते हैं जबकि बाकी 12 का ताल्लुक हाफिज मोहम्मद सईद के संगठन लश्कर से है.


वहीं बांदीपोरा में 13 मई को हुई मुठभेड़ में लश्कर के दो आतंकवादी मारे गए थे. ये दोनों सरकारी कर्मचारी एक कश्मीरी पंडित राहुल भट (Rahul Bhatt) की हत्या में कथित रूप से संलिप्त थे. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस महीने कहा था कि घाटी (Kashmir) में स्थानीय आतंकवादियों की संख्या कम होने के बाद विदेशी आतंकवादियों के लिए बिल से बाहर निकलना मजबूरी हो गई है.


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