Srinagar Police: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकवादियों की कायराना हरकत के बीच सुरक्षाबलों (Security Forces) का ऑपरेशन जारी है. सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान चलाया. सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में बीते दो दिनों में छह आतंकी मार गिराए गए हैं. इस बीच पुलिस आतंकवादियों की मदद करने वालों पर भी शिकंजा कस रही है. पुलिस को ऐसे जानकारी मिली है कि कुछ लोग मोबाइल वाईफाई हॉट-स्पॉट (Mobile WiFi HotSpot) के जरिए आतंकवादियों की मदद कर रहे हैं.


इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police) ने कुछ संदिग्धों को आतंकवादियों द्वारा मोबाइल वाईफाई हॉट-स्पॉट के गलत इस्तेमाल करने के संबंध में अलग-अलग थानों में उनसे पूछताछ करने के लिए बुलाया. श्रीनगर पुलिस ने स्थानीय नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे जाने-अनजाने आतंकवादियों को इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए अपने मोबाइल का हॉटस्पॉट न दें. पुलिस ने नागरिकों से अपने हॉटस्पॉट को सुरक्षित करने के लिए स्ट्रॉंग पासवर्ड इस्तेमाल करने की सलाह भी दी.  


आतंकवादी पुलिस और सेना को बना रहे निशाना


जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं. बीते मंगलवार को दहशतगर्दों ने घाटी में दो आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया. पहला हमला कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में हुआ था. जिसमें आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान पर गोलियों से हमला कर दिया. इस हमले में कॉंस्टेबल शहीद हो गए. जबकि उनकी 9 साल की बच्ची घायल हो गई. वहीं आतंकवादियों द्वारा दूसरा हमला कुलगाम में किया गया. जिसमें आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंककर फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में 15 लोकल नागरिक घायल हो गए थे. 


अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादियों की बुरी नजर


सूत्रों के अनुसार, घाटी में आतंकवादियों की गतिविधियां बढ़ने के पीछे 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) है. 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. क्योंकि कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के चलते बीते दो साल से अमरनाथ यात्रा का संचालन नहीं किया जा सका. इसलिए इस बार अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं. आतंकवादी अमरनाथ यात्रा के दौरान गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर सकते हैं. लोगों में इसे लेकर दहशत बने इसलिए उन्होंने घाटी में आतंकी हमले तेज कर दिए हैं. लेकिन सुरक्षाबलों ने भी किसी भी प्रकार की वारदात से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं.


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