दुबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर होंगे. अधिकारियों और उद्योग जगत के लोगों का कहना है कि भारत तेल संपन्न राष्ट्र के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देता है और पीएम मोदी की इस यात्रा से दोनों पक्षों बीच राजनयिक, आर्थिक और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग और मजबूत होगा. प्रधानमंत्री 10-11 फरवरी को यूएई में होंगे और दुबई में छठे वार्षिक ‘ विश्व प्रशासन शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे. इस सम्मेलन में भविष्य की चुनौतियों, प्रौद्योगिकी और प्रक्रियाओं के विषय पर चर्चा होती है. यह पीएम मोदी की दूसरी यूएई यात्रा होगी. इससे पहले अगस्त 2015 में यहां आए थे.


2017 में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि थे अबू धाबी के युवराज


यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी यूएई यात्रा से स्पष्ट है कि संकेत मिलता है कि हम भारत-यूएई संबंधों को कितना महत्व देते हैं.’’ इससे पहले अबू धाबी के वली अल अहद (युवराज) शेख मोहम्मद बिन जायेद 2017 में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि थे. द्विपक्षीय बैठकों के अलावा प्रधानमंत्री दुबई के अपने प्रवास में यहां ओपेरा हाउस में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे. राजदूत सूरी ने कहा कि यहा भारतीय समुदाय के लिए यूएई में पहला हिंदू मंदिर एक बड़ा समाचार होगा.’


भारत-UAE के बीच सप्ताह में 1076 उड़ानें होती हैं


भारत में यूएई के राजदूत अहमद अल बन्ना ने कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-यूएई संबंधों की दिशा और हमारे नेताओं की विशेषताओं का परिचय देती है. भारत और यूएई के बीच सप्ताह में 1076 उड़ानें होती हैं. यूरोप और अमेरिका जाने वाले 50 प्रतिशत से अधिक भारतीय दुबई और अबूधाबी हो कर आते जाते हैं.


यूएई और भारत के बीच जनवरी 2016 में 17 और फरवरी 2017 में 14 समझौते हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा में दोनों पक्ष उसमें नए आयाम जोड़ेंगे. अबूधाबी वाणिज्य उद्योग मंडल के सदस्य यूसुफ अली एमए ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने के मामले में भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है.