PM Modi on Muslim Community: लोकसभा चुनाव के बीच मुस्लिम समुदाय को आरक्षण दिए जाने के मसले पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है. इसी बीच मुस्लिम समाज को लेकर प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में विस्तार से बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी ने मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने को लेकर छिड़ी रार पर कहा कि संविधान सभा में देश के गणमान्य लोग बैठे थे, उनमें कोई आरएसएस या बीजेपी वाला नहीं था. सभी संप्रदाय के लोग वहां मौजूद थे और लंबी चर्चा के बाद उन्होंने तय किया कि भारत जैसे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण देश को नुकसान करेगा. ऐसे में सिर्फ समाज में आई विकृतियों, जैसे छूत-अछूत, ऊंच नीच को दूर करने के लिए दलितों और आदिवासियों को सामाजिक व्यवस्था के आधार पर आरक्षण दिया गया. 


पीएम मोदी ने ये साफ किया कि इसका मतलब ये नहीं है कि मुस्लिम समाज को फायदा नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने सामान्य जाति के गरीब लोगों को 10 फीसदी आरक्षण दिलवाया, उसमें मुसलमान समाज के भी गरीब शामिल हैं. वो भी हकदार हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा, 'हम हक नहीं छीन रहे हैं, धर्म को आधार मानने का विरोध कर रहे हैं.' पीएम मोदी ने साफ किया कि इस देश में गरीब व्यक्ति हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, पारसी या किसी भी अन्य समाज से हो उसे फायदा मिलना चाहिए. 


एंटी मुस्लिम छवि को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा?


टाइम्स नाउ नवभारत को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि वो धर्म के आधार पर वोट बैंक के खेल के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ सभी को मिलता है, उसमें धर्म या समाज नहीं देखा जाता. पीएम मोदी की एंटी मुस्लिम छवि को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो न इस्लाम के विरोधी हैं न ही मुसलमान विरोधी हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जमाने से ये नेरेटिव बना हुआ है. हमको मुसलमानों का दुश्मन बाकर को कुछ लोग अपने आप को मुसलमानों का दोस्त बताने लगते हैं. ऐसे में उन्हें कुछ किए बिना ही मुफ्त में फायदा मिलता है और वो भय का वातावरण बनाकर फायदे की दुकान चलाते रहते हैं. 


पीएम मोदी ने कहा कि अब ऐसा करने वालों के झूठ पकड़े जाने लगे हैं और अब भ्रम फैलाने वालों को बिना सिर पैर के झूठ बोलने पड़ रहे हैं. उन्होंने मुसलमान समाज के लोगों को समझदार बताया और साथ ही ये अपील भी की कि मुस्लिम समाज के पढ़े लिखे लोग आत्ममंथन करें. सोचें कि देश आगे बढ़ रहा है और आपके समाज को कमी महसूस होती है तो इसकी वजह क्या है. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की योजनाओं का फायदा मुस्लिम समाज को कांग्रेस के जमाने में क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कालखंड में मुस्लिम समाज दुर्दशा का शिकार हुआ? इसपर मुस्लिम समाज को आत्ममंथन करना होगा. 


मुस्लिम समुदाय से प्रधानमंत्री मोदी ने की ये अपील


प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि सत्ता पर हम बिठाएंगे, हम उतारेंगे, जैसी बातों में अपने बच्चों का भविष्य खराब नहीं करना चाहिए. उन्होंने दुनिया भर में मुस्लिम समाज में आ रहे बदलाव का उदाहरण दिया और कहा कि गल्फ के देशों में लोग उनसे मिलते हैं और योग पर बातचीत करते हैं, लेकिन भारत में योग को हिंदू-मुसलमान बना दिया जाता है. इसी के साथ पीएम मोदी ने कहा, 'मैं मुसलमान समाज से आग्रह पूर्वक कहता हूं कि कम से कम अपने बच्चों की जिंदगी का तो सोचो, अपने भविष्य का तो सोचो. मैं नहीं चाहता कि कोई समाज बंधुआ मजदूर की तरह जिये.' 


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