नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर का देश भारत में रोजाना लगभग 90 हजार नए मामले आ रहे हैं. भारत में कुल मामले 56 लाख को पार कर चुके हैं.  कोरोना संक्रमण में सबसे अधिक हिस्सेदारी वाले 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ने की नई रणनीति की बात की.


पीएम मोदी ने कहा प्रारंभिक काल में हमने जो लॉकडाउन की नीति अपनाई थी वो बेहद सफल रही और दुनिया ने भी उसकी तारीफ की. लेकिन अब हमें माइक्रो कंटेंमेंट जोन पर ध्यान देना चाहिए. एक दो दिन के लोकल लॉकडाउन कोरोना से लड़ने में कितने प्रभावी हैं इस पर राज्यों को विचार करना चाहिए. कहीं ऐसा तो नहीं है कि इस वजह से आपके राज्य के आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ रहा. उन्होंने कहा कि तमाम रिसर्च बताती है कि संक्रमण रोकने में मास्क बहुत कारगर है. इसे रोज की आदत में शामिल किए बिना हम कोरोना से लड़ नहीं पाएंगे.


इसके अलावा एक राज्य से दूसरे राज्य में सेवा की सप्लाई बाधित होने से जनजीवन भी बाधित होता है और आजीविका पर भी असर पड़ रहा है. मुझे बताया गया है कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है . लेकिन राज्यों का आपसी साझेदारी बेहतर होनी चाहिए.


संयम, संवेदना, संवाद और सहयोग की जो भावना देश ने दिखाई है उसे आगे बढ़ाना है. हमें अब साझा प्रयास से आर्थिक मोर्चे पर भी लड़ाई जीतनी है.


बता दें कि महाराष्ट्र में रोजाना लगभग 20 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में कुल मामलों की संख्या 12 लाख 42 हजार से पार जा चुकी है. आंध्र प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. आंध्र प्रदेश में कुल मामले 6 लाख 40 हजार से ऊपर हैं. इसी तरह तामिलनाडू में कोरोना के कुल मामले साढ़े पांच लाख से ऊपर जा चुके हैं. दिल्ली में कोरोना के मामलों में गिरावट के बाद पिछले कुछ दिनों से अचानक तेजी देखने को मिली है. दिल्ली में कोरोना के कुल मामले ढ़ाई लाख से अधिक हैं. पंजाब में कुल मामले 1 लाख से अधिक हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में यहां भी कोरोना के नए मामलों में तेजी देखने को मिली है.





प्रधानमंत्री के साथ इस बैठक में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तामिलनाडू, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री शामिल हैं. बता दें कि कोरोना के सबसे अधिक मामले इन्हीं राज्यों में सामने आ रहे हैं. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत के लिए राहत की दो खबरें हैं. पहली तो ये कि पिछले पांच दिनों से नए मामलों की अपेक्षा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है. दूसरा यह कि कोरोना से मृत्यु दर भारत में काफी कम है. हालांकि कोरोना से अब तक जान गंवाने वालों की संख्या 90 हजार पार कर चुकी है.