PM Modi Indonesia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाली (Bali) में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में भाग लेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री इंडोनेशिया में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार (10 नवंबर) को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14 से 16 नवंबर तक इंडोनेशिया के बाली के दौरे पर रहेंगे. 


अरिंदम बागची ने आगे कहा कि खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन सहित जी-20 शिखर सम्मेलन के एजेंडे के हिस्से के रूप में तीन कार्य सत्र आयोजित किए जाएंगे. पीएम मोदी इंडोनेशिया में अन्य देशों के राष्ट्र अध्यक्षों के साथ भी मुलाकात करेंगे. 


भारत जी-20 की अध्यक्षता करेगा ग्रहण


इंडोनेशिया की जी-20 प्रेसीडेंसी 1 दिसंबर 2021 से शुरू हुई थी. शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो प्रतीकात्मक रूप से पीएम मोदी को जी-20 की अध्यक्षता सौंपेंगे. भारत आगामी 1 दिसंबर से G-20 की अध्यक्षता करेगा.


मंगलवार (8 नवंबर) को ही पीएम मोदी ने भारत के G-20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया था. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि G-20 इंडिया का लोगो 'वसुधैव कुटुम्बकम' का प्रतिनिधित्व करता है, ये लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है. पीएम मोदी जहां G-20 शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया जाएंगे तो वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 19वें ASEAN शिखर सम्मेलन के लिए कंबोडिया जाएंगे. 


ASEAN सम्मेलन में भाग लेंगे उपराष्ट्रपति  


विदेश मंत्रालय के सचिव (ईस्ट) सौरभ कुमार ने बताया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 19वें ASEAN-भारत स्मारक शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 11-13 नवंबर तक कंबोडिया का दौरा करेंगे. उपराष्ट्रपति की कंबोडिया के प्रधानमंत्री और अन्य कंबोडियाई गणमान्य व्यक्तियों के साथ भी द्विपक्षीय बैठक होगी. 


ASEAN-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ


सौरभ कुमार ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 12 और 13 नवंबर को नोम पेन्ह में ASEAN-भारत स्मारक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. उपराष्ट्रपति की यह पहली विदेश यात्रा होगी. इस वर्ष ASEAN-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है. उन्होंने कहा कि हम आसियान के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जैसा कि आप जानते हैं कि पूर्व में प्रधानमंत्री आसियान के साथ शिखर सम्मेलन में भाग लेते रहे हैं, लेकिन इस बार यह निर्णय लिया गया है कि उपराष्ट्रपति जा रहे हैं. 


उन्होंने कहा कि म्यांमार पर हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है, हम आसियान 5-सूत्रीय सहमति का समर्थन करते हैं. हम चाहते हैं कि म्यांमार लोकतांत्रिक सरकार की ओर बढ़े, हम म्यांमार में हिंसा को समाप्त होते देखना चाहते हैं और अनिवार्य रूप से आसियान को पहल करते देखना चाहते हैं.


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