नई दिल्लीः केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का एक तरफ जहां देश के कई हिस्सों में किसान विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कानूनों को लेकर संसद में चर्चा हुई है. शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों से जुड़े सवालों को जवाब दिए.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि मंत्री तोमर के कृषि कानूनों पर राज्यसभा में दिए गए भाषण की आज सुबह तारीफ की है. पीएम मोदी ने कहा है कि कृषि मंत्री ने कानूनों के पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी है. पीएम मोदी ने उनके भाषण का यूट्यूब लिंक शेयर करते हुए ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘‘कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में कृषि सुधार कानूनों से जुड़े प्रत्येक पहलू को लेकर विस्तार से जानकारी दी है. मेरा विनम्र निवेदन है कि उनकी यह स्पीच जरूर सुनें.’’


 





कृषि मंत्री तोमर ने अपने संबोधन में क्या कहा था
गौरतलब है कि सदन में कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर कृषि मंत्री तोमर ने कहा था कि कृषि कानूनों को काला कानून कहा जा रह है. विपक्ष और किसान संगठन बताएं कि इस कानून में काला क्या है? जिससे इसको ठीक किया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि 12 बार किसानों को बैठक के लिए बुलाकर इसके बारे में जानने की कोशिश की है.


कृषि मंत्री ने संबोधन में कहा कि ''देश में सिर्फ एक राज्य के किसानों को कानून को लेकर गलतफहमी है. किसानों को भड़काया जा रहा है कि उनकी जमीन चली जाएगी. कोई हमें बताए कि कानून के किस प्रावधान में किसानों की जमीन छीनने का जिक्र है?'' उन्होंने कहा कि सरकार संशोधन के लिए तैयार है लेकिन कानून में बदलाव के प्रस्ताव का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि इन कानूनों में कुछ गलत है.


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