दिल्ली में रामनाथ गोयनका लेक्चर को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत देश तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि आज का भारत विकसित होने के लिए अधीर है. पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हम सब एक ऐसी विभूति के सम्मान में यहां आए हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र में पत्रकारिता, अभिव्यक्ति और जन-आंदोलन की शक्ति को नई ऊंचाई दी है. आज का भारत भी इसी रचनात्मक अधीरता का प्रतीक है.’

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उन्होंने कहा, ‘रामनाथ गोयनका जी को अक्सर एक अधीर व्यक्ति के रूप में वर्णित किया जाता था. उनकी अधीरता परिवर्तन की प्रेरणा देती थी, ठहरे हुए पानी में भी गति लाती थी. इसी तरह, आज का भारत भी इसी रचनात्मक अधीरता का प्रतीक है. भारत प्रगति के लिए आतुर है, विकास के लिए अधीर है और आत्मनिर्भर बनने के लिए अधीर है.’

पूरी दुनिया में उथल-पुथल के बीच भारत तेजी से कर रहा विकास- पीएम मोदी

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पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत विकसित और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है. हमने देखा है कि कैसे 21वीं सदी के पिछले 25 साल बहुत तेजी से बीते हैं, एक के बाद एक चुनौतियां आईं, फिर भी भारत की गति को रोका नहीं जा सका. आज जब दुनिया व्यवधानों से डर रही है, भारत एक जीवंत भविष्य की ओर बढ़ रहा है. मैं कह सकता हूं कि भारत सिर्फ एक उभरता हुआ बाजार नहीं है, बल्कि यह एक उभरता हुआ मॉडल है.’ उन्होंने कहा, ‘2020 में कोरोना महामारी के कारण पूरी विश्व की अर्थव्यवस्था अनिश्चितताओं से घिर गई, ग्लोबल सप्लाई चेन पर बड़ा प्रभाव पड़ा और सारा विश्व एक निराशा की ओर जाने लगा. हमारी पड़ोसी देशों में उथल-पुथल जैसी स्थितियां बनने लगीं, लेकिन इस बीच भारत की अर्थव्यवस्था ने हाई ग्रोथ रेट हासिल करके दिखाया.’

उन्होंने आगे कहा, ‘2022 में यूरोपियन क्राइसिस के कारण पूरे विश्व के सप्लाई चेन और ऊर्जा बाजार प्रभावित हुआ. इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ा, इसके बावजूद 2022-23 में भारत का विकास तेजी से होता रहा. 2023 में पश्चिमी एशिया में जब स्थितियां बिगड़ीं, तब भी हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ती रही और इस साल 2025 में भी जब दुनिया में स्थिरता है, तब भी हमारा विकास दर 7 परसेंट का आसपास है.’

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