प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (17 नवंबर, 2025) को दिल्ली में आयोजित रामनाथ गोयंका लेक्चर 2025 को संबोधित करते हुए दुनिया के सामने भारत के एजेंडा का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता विकास, विकास और सिर्फ विकास है. उन्होंने कहा कि भारत विकसित और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है. हमने देखा है कि कैसे 21वीं सदी के पिछले 25 साल बहुत तेजी से बीते हैं, एक के बाद एक चुनौतियां आईं, फिर भी भारत की गति को रोका नहीं जा सकी. वहीं, आज दुनिया व्यवधानों से डर रही है, भारत एक जीवंत भविष्य की ओर बढ़ रहा है.

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पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं कह सकता हूं कि भारत सिर्फ एक उभरता हुआ बाजार नहीं है; यह एक उभरता हुआ मॉडल है. चाहे केंद्र सरकार हो या क्षेत्रीय दलों के नेतृत्व वाली राज्य सरकारें, उनका प्राथमिक ध्यान विकास पर होना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘मैं राज्य सरकारों को निवेश आकर्षित करके और विकास को बढ़ावा देकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता हूं. व्यापार करने में आसानी बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन इस दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है.’

विकास को प्राथमिकता देने वाले के साथ होता है लोगों का विश्वास- पीएम मोदी

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पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत के लोग आज उन राजनीतिक दलों पर विश्वास करते हैं, जो नेक नियत से लोगों की उन आशाओं को पूरा करतें हैं और विकास को प्राथमिकता देते हैं. मै आज देश में जो भी सरकारें हैं, चाहे केंद्र में हमारी सरकार है या फिर राज्यों में अलग-अलग दलों की सरकारें हैं, मैं उनसे विनम्रता से कहूंगा कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता सिर्फ एक होनी चाहिए- विकास, विकास और सिर्फ विकास.’

उन्होंने कहा, ‘देश के विकास के लिए यह बहुत जरूरी है कि विकास का लाभ दलितों, शोषितों और वंचितों, सभी तक पहुंचे. जब सरकारी योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचता है, तो सामाजिक न्याय सुनिश्चित होता है.’

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