नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में गुरु नानक जयंती के एक दिन पहले देशवासियों को गुरु पर्व की बधाई दी है. उन्होंने कहा, "दुनियाभर में सिख समुदाय ने गुरु नानक देव जी की प्रेरणा से शुरू की गई लंगर की परंपरा को कोरोना वायरस महामारी के समय में जारी रखकर मानवता की सेवा की है."


पीएम मोदी ने कहा, "कल 30 नवंबर को हम श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाश पर्व मनाएंगे. पूरी दुनिया में गुरु नानक देव जी का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है. वैंकूवर से वेलिंगटन तक, सिंगापुर से दक्षिण अफ्रीका तक उनके संदेश हर तरफ सुनाई देते हैं."


पीएम मोदी ने पिछले साल नवंबर में ही करतारपुर साहब कॉरिडोर का खुलना बहुत ही ऐतिहासिक बताया. मोदी ने कहा, "इस बात को मैं जीवनभर अपने हृदय में संजोकर रखूंगा."


गुरु नानक देव के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
गुरु नानक का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. बताया जाता है कि वो बेहद ही शांत सुवभाव के थे और ध्यान में लगे रहते थे. उनके पिता ने उनको पढ़ने के लिए गुरुकुल भेजा जहां उन्होंने अपने गुरुओं से ऐसे सवाल किए जिनका जवाब उनके पास नहीं था. उनका ज्ञान देख गुरुओं ने कहा कि ईश्वर ने उनको ज्ञान देकर इस धरती पर भेजा है. गुरु नानक ने शादी के कुछ समय बाद अपना घर छोड़ कई अन्य देश गए. अफगानिस्तान, फारस और अरब में उन्होंने काफी वक्त गुजारा.


उनका कहना था कि भगवान एक है. हमे सभी के साथ प्रेम से रहना चाहिए. अहंकार इंसान को इंसान नहीं रहने देता. वो उसको बर्बादी की ओर ले जाता है. वो लोगों को समझाते थे कि कभी भी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए बल्कि ईमानदारी के साथ सभी के साथ चलना चाहिए.


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