PM Modi Joe Biden Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने अधिक समृद्ध, मुक्त और सुरक्षित विश्व के लिये साथ मिलकर काम करने का मंगलवार को संकल्प व्यक्त किया और भारत-अमेरिका रक्षा एवं आर्थिक संपर्कों को और गहरा बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. प्रधानमंत्री मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad Summit) से इतर द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बाइडन से कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक गठजोड़ सही मायने में भरोसे की एक साझेदारी है और यह मित्रता वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिये अच्छाई की ताकत के रूप में जारी रहेगी.’’


पीएम मोदी ने कहा रक्षा एवं अन्य मामलों में हमारे साझा हितों और हमारे साझा मूल्यों ने विश्वास के हमारे बंधन को मजबूत किया है. वहीं, व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, बाइडन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के ‘अनुचित युद्ध’ की निंदा की. उन्होंने कहा कि नेताओं ने इस बात पर चर्चा की है कि युद्ध के कारण पैदा हुई बाधाओं, खास तौर पर ऊर्जा एवं खाद्यान्न की कीमतों में वृद्धि की समस्या को दूर करने के लिये कैसे सहयोग किया जाए.  


दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर की चर्चा
इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने ‘महत्वपूर्ण रक्षा गठजोड़’ को गहरा बनाने, दोनों देशों के फायदे के लिये आर्थिक सहयोग को प्रोत्साहित करने व वैश्विक स्वास्थ्य गठजोड़, महामारी को लेकर तैयारी और महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में साझेदारी को विस्तार देने को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के अनुसार, दोनों नेता भारत के उचित ऊर्जा बदलाव की दिशा में उठाये गए कदमों को गति देने और नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल, उद्योगों को कार्बन मुक्त बनाने, वाहनों से शून्य उत्सर्जन एवं आवाजाही से संबंधी निवेश के लिये गठजोड़ मजबूत करने को लेकर आशान्वित दिखे. इस कदमों में ‘अमेरिका-भारत जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030’ शामिल है. 






राष्ट्रपति बाइडन ने रूस के अनुचित युद्ध की निंदा की
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस से अनुचित युद्ध की निंदा की. नेताओं ने मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और इस बात पर चर्चा की है कि यूक्रेन में युद्ध के कारण पैदा हुई बाधाओं को दूर करने के लिये कैसे सहयोग किया जाए और खास तौर पर ऊर्जा एवं खाद्यान्न की कीमतों में वृद्धि से अपने नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने में कैसे सहयोग किया जाए.’’ दोनों देश ‘भारत-अमेरिका टीका कार्रवाई कार्यक्रम’ का नवीनीकरण कर रहे हैं. इसकी स्थापना के बाद से ही कोविड-19, रोटा वायरस से निपटने में मददगार भारत के पहले स्वदेशी और कम लागत के टीकों की खोज, विकास एवं उत्पादन संबंधी सफलता की कई कहानियां सामने आई हैं. दोनों देशों ने ‘संयुक्त सैन्य बल-बहरीन’ में सहयोगी देश के रूप में भारत के शामिल होने की घोषणा की. 


आईसीईटी की शुरुआत का किया स्वागत 
व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, नेताओं ने महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी पर यूनाइटेड स्टेट-इंडिया इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) की शुरुआत का स्वागत किया. इसे दोनों देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों द्वारा संचालित किया जा रहा है ताकि महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी को लेकर गठजोड़ को विस्तार दिया जा सके. इसमें कहा गया है कि अमेरिका की 2022 में कृत्रिम बुद्धिमता, डेटा विज्ञान, कृषि, स्वास्थ्य एवं जलवायु जैसे क्षेत्रों में कम से कम 25 संयुक्त शोध परियोजनाओं को समर्थन देने के लिए भारत के छह नवोन्मेष केंद्र से जुड़ने की योजना है. 


पीएम मोदी ने बैठक को बताया सार्थक
दोनों पक्षों ने अर्थिक सुरक्षा एवं मानवीय संकट को लेकर प्रतिक्रिया में नौवहन क्षेत्र की बुनियादी भूमिका को रेखांकित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में राष्ट्रपति बाइडन के साथ अपनी बैठक को ‘सार्थक’ बताया. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के साथ सार्थक बैठक हुई. हमने कारोबार, निवेश, रक्षा, लोगों के बीच सम्पर्क सहित भारत-अमेरिका संबंधों के विविध आयामों पर आज व्यापक चर्चा की.’’ 


पीएम मोदी ने और क्या कहा
पीएम मोदी ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि रक्षा एवं अन्य मामलों में दोनों देशों के साझा हित एवं साझे मूल्य हैं और यह सही मायने में भरोसे एवं मित्रता की एक साझेदारी है. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमारे लोगों के आपसी संबंध और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग हमारी साझेदारी को अद्वितीय बनाते हैं.’’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कारोबार और निवेश में भी निरंतर विस्तार होता जा रहा है, हालांकि यह अब भी क्षमता से बहुत कम है.  


दोनों ही देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में रखते हैं समान नजरिया
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे बीच भारत-अमेरिका निवेश प्रोत्साहन समझौते से निवेश की दिशा में ठोस प्रगति देखने को मिलेगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना द्विपक्षीय सहयोग बढ़ा रहे हैं और वैश्विक मुद्दों पर भी आपसी समन्वय सुदृढ़ कर रहे हैं. हम दोनों ही देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में समान नजरिया रखते हैं और न सिर्फ द्विपक्षीय स्तर पर, बल्कि अन्य समान विचार रखने वाले देशों के साथ अपने साझा मूल्यों और साझा हितों को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्वाड और कल घोषित आईपीईएफ (समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक प्रारूप) इसके उदाहरण हैं. आज, हमारी चर्चा से इस सकारात्मक रफ्तार को और गति मिलेगी. 


भारत के साथ पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारी बनाएंगे- बाइ़डन
वहीं, बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारी (Closest On Earth) बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बाइडन ने कहा कि दोनों देश साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे. क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad Summit) की पूर्व संध्या पर बाइडन ने सोमवार को 12 हिंद-प्रशांत देशों के साथ एक नए व्यापार समझौते की शुरुआत की थी, जिसका मकसद उनकी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करना है. वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि ‘भारत-अमेरिका समग्र वैश्विक रणनीतिक गठजोड़’ को आगे बढ़ाते हुए मोदी (PM Modi) और बाइडन (Joe Biden) ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने कारोबार, निवेश, रक्षा, लोगों के बीच सम्पर्क सहित भारत अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की. 


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