देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां शीर्ष सैन्य कमांडरों को संबोधित किया. मोदी ने इस दौरान देश के सामने मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों को लेकर अपना दृष्टिकोण पेश किया. संयुक्त कमांडर सम्मेलन का आयोजन यहां भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में किया गया क्योंकि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी के बाहर वाषिर्क सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा जतायी थी.
हालांकि पिछले साल के आखिर में पूर्वोत्तर में सम्मेलन का आयोजन किया जाना था जोकि चीन की सीमा के करीब है, लेकिन कई कारणों से सम्मेलन तब नहीं हुआ. सम्मेलन की शुरूआत नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की प्रस्तुति से हुई जोकि चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख हैं. उनकी प्रस्तुति के बाद वायुसेना और थल सेना के प्रमुखों ने प्रस्तुतियां दीं. पिछले सालों के उलट सरकार ने कोई प्रेस विज्ञप्ति या बयान जारी नहीं किए.
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को अपने आदेश में कहा था कि मोदी की आधिकारिक यात्रा के साथ कोई जनसभा, संवाददाता सम्मेलन, मीडिया से बातचीत, प्रेस विज्ञप्ति या सेवारत सैनिकों या पूर्व सैनिकों से संबंधित घोषणा जुड़ी नहीं होनी चाहिए जो उत्तराखंड सहित उन पांच राज्यों के मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं जहां फरवरी और मार्च में विधानसभा चुनाव निर्धारित है. बैठक में संभावित रूप से सीमा पार लक्षित हमले, नियंत्रण रेखा के हालात, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के उभार और पूर्वोत्तर में आतंरिक सुरक्षा हालात एवं चीन से जुड़े मुद्दे उठे होंगे.