नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब 2020 की शुरुआत हुई, तो क्या किसी ने कल्पना की थी कि ऐसी महामारी (कोरोना वायरस) आएगी. वैश्विक महामारी ने सभी को प्रभावित किया है. यह हमारी लचीलापन, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली और आर्थिक प्रणाली का परीक्षण कर रहा है.


उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है. एक मानसिकता जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना का डेथ रेट भारत में बहुत कम है.


प्रधानमंत्री ने कोरोना से बचाव के उपायों की चर्चा करते हुए कहा कि भारत पहला ऐसा देश था जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक हेल्थ मेज़र की तरह लिया. हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए थे.


पीएम मोदी ने कहा कि पूरे कोरोना पीरियड के दौरान, लॉकडाउन के समय भारत सरकार का एक ही मकसद था - गरीबों की रक्षा करना. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पूरे विश्व की सबसे बड़ी समर्थन प्रणाली है. इसके तहत लगभग 800 मिलियन लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया.


आत्मनिर्भर भारत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1.3 अरब भारतीयों का एक ही मिशन है 'आत्मनिर्भर भारत'. 'आत्मनिर्भर भारत' लोकल का ग्लोबल में विलय है. यह भारत की ताकत को ग्लोबल फोर्स मल्टिप्लायर के रूप में सुनिश्चित करता है.


पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता और विविधता के साथ राजनीतिक स्थिरता एवं नीतियों की निरंतरता वाला देश है. उन्होंने कहा कि भारत ने कारोबार को आसान बनाने और लालफीताशाही को कम करने के लिए दूरगामी सुधार किये हैं.