नई दिल्ली: सीमा पर चीन से जारी तनाव के बीच सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सेना को तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को फौरी संकट से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और साथ ही भविष्य के लिए भी तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा हम अपनी सीमाओं पर शांति चाहते हैं. हम चीन की तरफ से आक्रामक हरकत देख रहे हैं, लेकिन हम इन से निपटने में सक्षम हैं. हमारे तीनों अंग (थल सेना, वायु सेना और जल सेना) खतरों से निपटने में सक्षम हैं.


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को उत्तरी और पश्चिमी मोर्चों पर समन्वित कार्रवाई का खतरा है जिसके बारे में रक्षा योजना के बारे में हमें विचार करना चाहिए. हमने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर उभरते खतरों से निपटने की रणनीति की परिकल्पना कर ली है.


पाकिस्तान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर खतरा है जिसका पाकिस्तान फायदा उठा सकता है और हमारे लिए परेशानी खड़ी कर सकता है. हमने सावधानी बरती है कि पाकिस्तान की तरफ से ऐसे किसी भी दुस्साहस को नाकाम कर दिया जाए. चीन की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को आर्थिक सहायता और पाकिस्तान को सैन्य और कूटनीतिक सहायता जारी रखने के कारण हमारे लिए उच्च स्तर की तैयारी रखना आवश्यक हो गया है.


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