नई दिल्ली: आगामी संसद सत्र की रणनीति तय करने के लिए मंगलवार सुबह ग्यारह बजे कांग्रेस की संसदीय रणनीति समूह की बैठक होगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी. हफ्ते भर पहले हुए हंगामेदार सीडब्ल्यूसी के बाद यह पहला मौका होगा जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी के अन्य बड़े नेताओं से मुखतिब होंगे.


14 सितंबर से शुरू होने जा रहे संसद सत्र के दौरान सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कोरोना के बढ़ते संक्रमण, मंद अर्थव्यवस्था और लद्दाख में चीन के अतिक्रमण के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरेगी. इन्हीं मुद्दों को लेकर रणनीति तैयार करने के लिए मंगलवार की बैठक में मंथन होगा.


कांग्रेस की पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप में सोनिया गांधी के साथ मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, आनंद शर्मा, अधीर रंजन चौधरी, के. सुरेश, केसी वेणुगोपाल गौरव गोगोई और मणीकम टैगोर, रवनीत बिट्टू, मनीष तिवारी, जयराम रमेश इसके सदस्य हैं.


जहां एक तरफ संसद में मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस नेता चर्चा करेंगे, वहीं नजरें इस बात पर भी रहेंगी कि क्या इस बैठक में बीते सीडब्ल्यूसी बैठक का कोई असर दिखता है.


दरअसल बीते दिनों कांग्रेस में सुधार के मुद्दे पर 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी, उनमें गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा प्रमुख थे. इस वजह से सीडब्ल्यूसी की बैठक में दोनों नेतओं को खूब निशाना बनाया गया. इसके बाद उन्होंने मीडिया में भी खुल कर अपनी बात रखी. इसके बाद कई नेताओं ने इन पर कार्रवाई की मांग भी कर दी. 23 नेताओं की चिट्ठी के बाद हुई सीडब्ल्यूसी के बाद सबकुछ ठीक होने का दावा किया गया, लेकिन कांग्रेस में अन्दरखाने सबकुछ ठीक नहीं है.


ऐसे में देखना होगा कि कहीं पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक में भी नेताओं में आपसी नोक-झोंक तो नहीं होती.


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