Parliament Winter Session 2024 Highlights: लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने गिनाए 11 संकल्प, जानें ये क्या हैं
Sansad LIVE: लोकसभा में शनिवार (14 दिसंबर,2024) को संविधान के गौरवशाली 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा हुई. लोकसभा में इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली.
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Sansad LIVE: लोकसभा में शनिवार (14 दिसंबर,2024) को संविधान के गौरवशाली 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा हुई. लोकसभा में इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक...More
पीएम मोदी के 11 संकल्प
1. सभी नागरिक और सरकार अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें.
2. हर क्षेत्र और समाज को विकास का समान लाभ मिले, 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना बनी रहे.
3. भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए, और भ्रष्टाचारियों की सामाजिक स्वीकार्यता समाप्त हो.
4. देश के कानूनों और परंपराओं के पालन में गर्व का भाव जागृत हो.
5. गुलामी की मानसिकता से मुक्ति मिले और देश की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व किया जाए.
6. राजनीति को परिवारवाद से मुक्त कर लोकतंत्र को सशक्त बनाया जाए.
7. संविधान का सम्मान हो और राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसे हथियार न बनाया जाए.
8. जिन वर्गों को संविधान के तहत आरक्षण मिल रहा है, वह जारी रहे, लेकिन धर्म के आधार पर आरक्षण न दिया जाए.
9. महिलाओं के नेतृत्व में विकास यानी वूमेन लेड डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाए.
10. राज्य के विकास के माध्यम से राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित किया जाए.
11. 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के लक्ष्य को सर्वोपरि रखा जाए.
पीएम मोदी ने लोकसभा में परिवारवाद पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "जो योग्य हैं, उन्हें मौका मिलना चाहिए. इसके लिए सभी पार्टियों को काम करना चाहिए. देश को नए सपने और संकल्प लाने वालों की जरूरत है."
पीएम मोदी ने कहा, "अब योजनाओं का पैसा सीधा गरीबों के खाते में जा रहा है. जिसे कोई नहीं पूछता, उसे मोदी पूजता है."
पीएम मोदी ने कहा, "गरीब दोबारा गरीब न बने इसलिए हम उसका हाथ पकड़ रहे हैं. हमारे देश में गरीबों के नाम पर बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया."
पीएम मोदी ने कहा, "हमने डंके की चोट पर अनुच्छेद 370 हटाया. सीएए लाकर अल्पसंख्यकों को अधिकार दिए. इस देश ने देखते ही देखते हर घर तक गैस सिलेंडर पहुंचा दिया."
पीएम मोदी ने कहा, "हमारा संविधान जिसके लिए सबसे ज्यादा संविदेनशील रहा वो हैं भारत के लोग. हमारे कांग्रेस के साथियों को एक शब्द प्रिय है वो है जुमला. हिंदुस्तान में अगर कोई सबसे बड़ा जुमला था तो वो चार-चार पीढियों ने चलाया."
पीएम मोदी ने कहा, "2014 के बाद से संविधान को मजबूती मिली. जो पुरानी बीमारी थी, उसे खत्म किया गया. हमने देश के उज्जवल भविष्य के लिए संविधान संशोधन किया. इस देश का ओबीसी समाज ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहा था. ओबीसी को सम्मान देने के लिए हमने संविधान संशोधन किया है. पूरे देश ने इसे प्यार के साथ स्वीकार किया."
पीएम मोदी ने कहा, "पूरी कांग्रेस पार्टी पर एक परिवार ने कब्जा कर लिया. इन्होंने लोकतंत्र को नकार दिया. संविधान के साथ खिलवाड़ करना कांग्रेस की रगों में रहा है. जब-जब हमें कसौटी पर कसा गया है तब हम तप करके उभरे हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस के लिए संविधान पवित्र ग्रंथ नहीं है. कांग्रेस संविधान के नाम पर लोगों को डराती है."
पीएम मोदी ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने कई बार कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाना चाहिए. हम इसे लागू करने में पूरी ताकत से लगे हुए हैं. बाबा साहेब भी यूसीसी लाना चाहते थे."
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने सत्ता सुख के लिए, अपने वोट बैंक को खुश करने के लए धर्म के आधार पर आरक्षण का खेल खेला है. ये संविधान के खिलाफ है. इन्हें सुप्रीम कोर्ट के झटके मिल रहे हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "नेहरू से लेकर राजीव गांधी ने आरक्षण का विरोध किया है. आरक्षण के विरोध में स्वयं जवाहर लाल नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को लिखी है. कांग्रेस सत्ता से गई तब ओबीसी को आरक्षण मिला."
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, "बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न देने का काम भी जब कांग्रेस सत्ता से गई तब संभव हुआ."
पीएम मोदी ने राहुल गांधी को अहंकारी बताया. उन्होंने कहा, "एक अहंकारी व्यक्ति ने कैबिनेट के फैसले को फाड़ा और कैबिनेट ने अपना फैसला बदल दिया था. मैं वहीं कह रहा हूं जो संविधान के साथ अब तक हआ है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने न्याय के लिए लड़ रही महिला के बजाय कानून बनाकर कट्टरपंथियों का साथ दिया."
पीएम मोदी ने कहा, "यहां बहुत से दल बैठे हैं, जिनके मुखिया को जेल में बंद कर दिया गया था. आज वे उस साइड बैठे हुए हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "इंदिरा गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटा था. इमरजेंसी में लोगों के अधिकार छीन लिए गए. न्यायपालिका का गला घोंट दिया गया. कुर्सी बचाने के लिए इमरजेंसी लगाई."
पीएम मोदी ने कहा, "1951 में जवाहर लाल नेहरू ने पिछले दरवाजे से संविधान बदलना. नहरू जी का अपना संविधान चलता था."
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस के मुंह पर ऐसा खुन लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही. करीब छह दशक में 75 बार संविधान बदला गया."
पीएम मोदी ने कहा, "जवाहर लाल नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर कहा कि अगर संविधान हमारे रास्ते के बीच आ जाए तो हर हाल में संविधान में परिवर्तन करना चाहिए."
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, "मैं संविधान के कारण यहां पहुंचा. संविधान के कारण ही मेरे जैसे लोग पीएम बन सके." उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला हुआ.
पीएम मोदी ने कहा, "कुछ लोगों ने विफलताओं का दुख प्रकट किया. मैं देश की जनता को नमन करता हूं कि वे पूरी ताकत के साथ देश की संविधान के साथ खड़े हैं. कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ 55 साल एक ही परिवार ने राज किया."
पीएम मोदी ने कहा, "जब हम ये संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं, तो ये अच्छा संयोग है कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला विराजमान है. यही नहीं, हमारे सदन में भी महिला सांसदों की संख्या लगातार बढ़ रही है."
पीएम मोदी ने संसद में कहा, "कांग्रेस के राज में लोकतंत्र का गला घोंटा गया. इमरजेंसी में देश को जेलखाना बनाया गया था."
पीएम मोदी ने कहा, "जब देश संविधान 25 वर्ष पूरे कर रहा था तब हमारे देश में संविधान को नोंच दिया गया. देश में आपातकालीन लाया गया. प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया. कांग्रेस के माथे का ये पाप कभी नहीं धुलेगा."
पीएम मोदी ने कहा, "हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर में भी भेदभाव था. हमने नॉर्थ ईस्ट से लेकर पूरे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया. हमने ऑप्टिकल फाइबर हिंदुस्तान के हर पंचायत में ले जाने की कोशिश की."
पीएम मोदी ने कहा, "हमने वन नेशन वन राशन कार्ड की बात की. देश के गरीबों देश के सामानय् नागरिकों को मुफ्त में इलाज मिले तो उसे गरीबी से लड़ने में ताकत मिलेगी. हमने वन नेशन वन आयुष्मान कार्ड लाया."
पीएम मोदी ने कहा, "आर्टिकल 370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था. देश की एकता हमारी प्राथमिकता थी, इसलिए हमने इसे रद्द किया."
पीएम मोदी ने कहा, "गुलामी की मानसिकता में पले बढ़े लोग विविधता में विरोधाभास खोजते रहते हैं. विविधता हमारा खजाना है. हमे विविधता को उत्सव को जीवन का अंग बनाना होगा."
संसद में पीएम मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प है जब हम आजादी की शताब्दी मनाएंगे तो हम इस देश को विकसित बनाकर रहेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, "हर बड़ी योजना के सेंटर में महिलाएं होती हैं. इस संसद में लगातार महिलाओं की संख्या बढ़ रही है. मंत्रिमंडल में भी महिलाओं की संख्या बढ़ रही है. इस सब की प्रेरणा हमारा संविधान है."
पीएम मोदी ने बीआर अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा, "ऐसा नहीं है कि भारत को पता नहीं था कि लोकतंत्र क्या होता है. एक समय था जब भारत में कई गणतंत्र हुआ करते थे. हमारे यहां शुरू से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया गया है."
पीएम मोदी ने कहा, "75 साल की उपलब्धि आसान नहीं है. संविधान निर्माता ये नहीं मानते थे कि भारत का जन्म 1947 में आया. भारत आज मदर ऑफ डेमेक्रेसी के रूप में जाना जाता है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए लोकसभा पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी के लोकसभा में पहुंचते ही बीजेपी सांसद जय श्रीराम के नारे लगाने लगे.
कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा, "राहुल गांधी ने हमेशा किसानों, गरीबों और मजदूरों की आवाज उठाई है. आज उन्होंने एकलव्य का उदाहरण दिया और यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि इस (बीजेपी) सरकार के पास ऐसे विचार हैं, जो गरीबों, मजदूरों और अन्नदाताओं को दबाते हैं."
टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, "जहां तक सरकार की आलोचना का सवाल है, वह (राहुल गांधी) विपक्ष के नेता हैं. लोगों को उनसे बहुत उम्मीदें हैं, खासकर संसद में. संसद के बाहर भी राहुल गांधी राष्ट्रीय युवा आइकन के रूप में उभरे हैं, जो अभूतपूर्व है. आज संसद में उन्होंने जो मुद्दे उठाए, वे बहुत आक्रामकता के साथ व्यक्त किए गए, लेकिन उन्होंने किसी खास व्यक्ति पर निशाना नहीं साधा."
समाजवादी पार्टी के सांसद प्रिया सरोज ने कहा, "2014 से पहले सभी सरकारों ने संविधान की रक्षा की थी. सरकार की नीति एक धर्म को देखकर बनती है. मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश को बांटा जा रहा है."
कांग्रेस सासंद इमरान मसूद ने कहा, "आज वक्फ के नाम पर हमारी संपत्ति छिनने की कोशिश की जा रही है. आज देश में मुस्लिमों की ये स्थिति हो गई है कि घर में रहेंगे तो दंगाई मारेंगे और बाहर निकलेंगे तो पुलिस मारेगी."
नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा, "आर्थिक बराबरी के लिए सरकार क्या कर रही है. बीजेपी ने कितने दलित सीएम बनाए... कितनी महिलाओं को सीएम बनाया. केंद्र सरकार ने संविधान में आरक्षण के प्रावधान पर हमला किया."
सांसद ओवैसी ने कहा, "कई राज्यों में ऐसा कानून बना दिए कि आप यह नहीं खा सकते वह नहीं खा सकते हैं. हरियाणा में जुनैद और नसीम को जिंदा जला दिया गया. मुझसे पूछा जा रहा है कि 500 साल पहले तुम्हारी यहां मस्जिद थी या नहीं थी, आज अगर मैं पार्लियामेंट को खोद दूं और यहां पर कुछ मिल जाए तो क्या वह मेरा हो जाएगा."
लोकसभा में बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने भारत में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार पर चिंता जताई. बाबासाहेब अंबेडकर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "मैं साबित कर दूंगा कि बाबासाहेब ने जो कहा था वह बिल्कुल सही था- वे नहीं चाहते कि अल्पसंख्यक सफलता की कहानी का हिस्सा बनें." ओवैसी ने हाल ही में छात्राओं के हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंधों पर सवाल उठाते हुए पूछा, "क्या यह उल्लंघन नहीं है?"
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "अनुच्छेद 26 पढ़ें, यह धार्मिक संप्रदाय, धार्मिक और धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए संस्था स्थापित करने और बनाए रखने का अधिकार देता है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वक्फ के पास कुछ भी नहीं है" संविधान से क्या लेना-देना? प्रधानमंत्री को अनुच्छेद 26 कौन पढ़ा रहा है? उनका लक्ष्य वक्फ संपत्तियों को छीनना है...आप अपनी ताकत के दम पर इसे छीनना चाहते हैं...''
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने राहुल गांधी पर निशान साधते हुए कहा, "पिछली बार, वह भगवान शिव के बारे में बात कर रहे थे. इस बार, वह द्रोणाचार्य के बारे में बात कर रहे थे... चाहे वह राहुल गांधी हों या जवाहरलाल नेहरू, उनमें से किसी को भी संविधान में विश्वास नहीं था."
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गौ तस्करी की आड़ में भीड़ द्वारा की जाने वाली हत्या का मुद्दा उठाया और ऐसे अपराधों के पीड़ितों के नाम गिनाए.
सांसद ओवैसी ने कहा, "देश में मुसलमानों के साथ अन्याय हो रहा है. देश की मस्जिदें अब खतरे में आ गई है. गौरक्षक मॉब लिंचिंग कर रहे हैं. बीफ को लेकर मॉब लिंचिंग हो रही है."
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, "मुसलमान चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं. मुझसे पूछा जा रहा है कि 500 साल पहले तुम्हारी मस्जिद थी नहीं थी. मुसलमानों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है."
कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा, आज किसान शंभू बॉर्डर पर बैठा है. हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर को भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर बना दिया गया है. किसाना अनशन पर बैठे हैं, मरने की कगार पर हैं."
बीजेपी सांसद ने रविशंकर प्रसाद ने कहा, "मैं कृतज्ञ हूं कि सरदार पटेल, राजेंद्र प्रसाद का कि सोमनाथ में मंदिर बन गया. इस देश की आत्मा कभी अपनी विरासत से समझौता नहीं करती."
बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने संविधान दिखाते हुए उसमें बने चित्रों को दिखाते हुए कहा कि संविधान की किताब में लंका विजय के बाद का राम दरबार है. श्रीकृष्ण का महाभारत में अर्जुन को दिया गीता ज्ञान का चित्र है. इसमें बुद्ध हैं, महावीर हैं. झांसी की रानी हैं. अकबर हैं, लेकिन इस संविधान में बाबर और औरंगजेब नहीं हैं."
लोकसभा में बहस के दौरान बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संविधान में अकबर है, लेकिन बाबर और औरंगजेब का जिक्र नहीं है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने कहा, "इंदिरा गांधी ने 1970 में वीर सावरकर का टिकट जारी किया. 1979 में इंदिरा गांधी ने अपने निजी बैंक अकाउंट से सावरकर ट्रस्ट को दिया. 1983 में इंदिर गांधी ने ब्रॉडकास्टिंग से उनके ऊपर एक फिल्म बनवाई. इंदिरा गांधी ने लेटर लिखकर कहा था कि सावरकर जैसा सपूत कभी-कभी पैदा होता है."
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें बताया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी और उनके साथ समझौता किया.
शिवसेना सांसद ने केंद्र सरकार के कामें को गिनाते हुए कहा कि हमने शिक्षा का अधिकार लाया, अनुच्छेद- 370 हटाया. उन्होंने कहा कि हमने धारावी में विकास का काम किया है.
सत्ता पक्ष के सांसदों के भाषणों पर हंगामे के बीच कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में व्यवस्था का प्रश्न उठाया. उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से सदन को पक्षपातपूर्ण तरीके से चलने से रोकने और विपक्ष के सांसदों को समान स्थान प्रदान करने का भी आग्रह किया.
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की हालिया जीत संविधान की ताकत के कारण है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) महाराष्ट्र में विपक्ष का एक नेता पेश करने में असमर्थ रही है.
राहुल गांधी ने कहा, 'हम 50% रिजर्वेशन की दीवार को तोड़ेंगे. आप को जो कहना है कहिए. बीजेपी के लोग 24 घंटे संविधान पर हमला करते रहते हैं. इंडिया एलायंस की विचारधारा ऐसी है कि, हम सब मिलकर संविधान की रक्षा करते हैं.
संभल का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा बीजेपी के लोग जहां जाते हैं, वहां नफरत फैलाते हैं. राहुल ने आगे कहा कि संविधान में कही नहीं लिखा कि मोनोपली होनी चाहिए, अग्निवीर होने चाहिए. उन्होंने कहा "कुछ दिन पहले मैं हाथरस गया था। हाथरस में चार साल पहले एक लड़की का बलात्कार होता है. मैं दो तीन दिन पहले उसके घर गया. जिन्होंने गैंग रेप किया वो बाहर घूम रहे हैं, अपराधी बाहर घूम रहे हैं. बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और सीएम ने खुलकर इसपर झूठ बोला. यह संविधान में कहा लिखा है? यह आपकी किताब मनुस्मृति में लिखा है? संविधान में तो नहीं लिखा."
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के संविधान पर दिए गए भाषण पर प्रतिक्रिया दी और 1975 में आपातकाल लगाने में कांग्रेस की भूमिका को लेकर हमला किया.
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "आप हम पर अंगूठा काटने का आरोप लगाते हैं. कांग्रेस के राज में सिखों का गला काटा है." अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी को संविधान के बारे में कुछ भी पता नहीं है.
हाथरस का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा, "हाथरस में चार साल पहले एक दलित युवती का बलात्कार हुआ . अपराधी बाहर घूम रहे हैं जबकि पीड़ित परिवार क़ैद का जीवन जी रहे हैं. ये संविधान में कहाँ लिखा है? यूपी में संविधान नहीं मनु स्मृति लागू है."
राहुल गांधी ने कहा, "जब आप अदानी को धारावी बेचते हैं तो धारावी के लोगों का अंगूठा काटते हैं. जब आप अदानी की मदद करते हैं तो देश के लोगों का अंगूठा काटते हैं. लैटरल एंट्री के ज़रिए आप पिछड़े दलितों का अंगूठा काटते हैं. अग्निवीर और पेपर लीक से आप युवाओं का अंगूठा काटते हैं. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि आपसे अपेक्षा है कि आप संविधान पर भी बोलेंगे. राहुल ने जवाब दिया कि संविधान में एकाधिकार , भेदभाव की बातें नहीं लिखी.
राहुल गांधी ने कहा, "जब आप संविधान को बचाने की बात करते हैं तो आप अपने नेता सावरकर का मजाक बना रहे हैं. जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा वैसे ही आप हिंदुस्तान के लोगों का युवाओं का अंगूठा काट रहे हैं.'
राहुल गांधी ने कहा, 'संविधान में अंबेडकर, गांधी नेहरू के विचार हैं. उन विचारों का श्रोत शिव, बुद्ध, महावीर, कबीर आदि थे.' संविधान को लेकर सावरकर ने कहा था कि संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. इसकी जगह मनु स्मृति को लागू करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, 'जब आप संविधान को बचाने की बात करते हैं तो आप अपने नेता सावरकर का मजाक बना रहे हैं.
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात ये है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. ये आपके नेता सावरकर ने कहा था. जिसकी आप पूजा करते हैं.
तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कच्चातिवु ही नहीं कांग्रेस ने अक्साई चिन के मामले में भी ऐसा ही किया था। हाल ही में पता चला है कि यूपीए सरकार सियाचिन को भी पाकिस्तान को देने के लिए तैयार थी। यह इस देश की क्षेत्रीय अखंडता के लिए उनकी प्रतिबद्धता है.
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, "भारत और श्रीलंका के बीच देश के दक्षिणी भाग में पाक जलडमरूमध्य में एक बहुत ही रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण द्वीप, जिसे कच्चातीवु कहा जाता है. इसे कांग्रेस पार्टी और डीएमके ने संविधान में उल्लिखित किसी भी उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना 1974 में श्रीलंका को दे दिया था." उन्होंने कहा, "जब पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू से इस बारे में पूछा गया तो नेहरू ने कहा था, "मैं इस छोटे से द्वीप को कोई महत्व नहीं देता और मुझे इस पर अपना दावा छोड़ने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी."
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक राष्ट्र-एक चुनाव पर कहा, "हमारी भी इच्छा यही रही है, मेरे नेता, मेरे पिता रामविलास पासवान की सोच रही है कि एक साथ चुनाव होना जरूरी है... जब हर दूसरे-तीसरे महीने देश के किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं तो इससे देश पर आर्थिक बोझ तो पड़ता ही है, साथ ही जिस तरह से एक जगह से दूसरी जगह मशीनरी की तैनाती के लिए व्यवस्था करनी पड़ती है, उसमें काफी समय बर्बाद होता है. जब आचार संहिता लगती है तो विकास कार्यों की गति रुक जाती है. व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए जरूरी है कि एक साथ चुनाव हों... विपक्ष को प्रधानमंत्री मोदी के हर फैसले पर आपत्ति होती है. मैं चाहता हूं कि विपक्ष बताए कि उन्हें किन बिंदुओं पर आपत्ति है."
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक राष्ट्र-एक चुनाव कहा, "अगर इतनी ही जल्दी है तो प्रधानमंत्री मोदी आज सदन में आ रहे हैं, सरकार भंग कर दें और पूरे देश का चुनाव हो जाए। अगर एक राष्ट्र-एक चुनाव के लिए इतनी ही जल्दी है तो इससे अच्छा और क्या समय मिलेगा जब हम संविधान पर चर्चा कर रहे हैं तब पूरे देश की सरकारें आज ही भंग कर दें और चुनाव करा दें."
महाराष्ट्र के परभणी में संविधान की प्रतिकृति के साथ कथित तोड़फोड़ को लेकर कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया.
तमिलनाडु से डीएमके सांसद डी राजा ने देश में कानून के शासन पर सवाल उठाए. उन्होंने तीन मुद्दे उठाए - मणिपुर हिंसा, बिलकिस बानो और पहलवानों का प्रदर्शन.
ए राजा ने सत्ता पक्ष के लोगों को "बुरा तत्व" बोला. जिस पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाया. उन्होंने ए. राजा से उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की. उन्होंने कहा, "हम चुने गए हैं, वे हमें बुरे लोग कैसे कह सकते हैं?" कार्यवाहक अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने कहा कि टिप्पणी को हटा दिया गया है.
लोकसभा में उस समय हंगामा हुआ जब ए. राजा ने आरोप लगाया कि एक सरकारी अधिकारी ने कहा है कि वे संविधान बदलना चाहते हैं. किसी का नाम लिए बिना ए. राजा ने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात चुनाव से पहले की गई थी. इस पर कार्यवाहक सभापति जगदम्बिका पाल ने हस्तक्षेप करते हुए सांसद से टिप्पणी की सत्यता प्रमाणित करने को कहा.
भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, मुझे गर्व है कि जब प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल शुरू हुआ तो उन्होंने संविधान की इसी भावना का पालन करते हुए अपनी सरकार का मंत्र इस देश के सामने रखा. और वह मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास."
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने किरेन रिजिजू ने कहा, 'संविधान बदलने की प्रक्रिया भी संवैधानिक है. कांग्रेस यूपीए की सरकार के दौरान 75 बार संवैधानिक संशोधन हुए हैं. बीजेपी एनडीए की सरकार के दौरान 25 बार संवैधानिक संशोधन हुए हैं. अपने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को बदलने के लिए संविधान संशोधन किया. अपने शाहबानो को मिलने वाले अधिकार को रोकने के लिए संविधान संशोधन किया. हमने लोगों को आरक्षण देने के लिए बदलाव किया.हमने ओबीसी हक में संविधान का संशोधन किया. संविधान का हत्या आपने किया संविधान का हनन आपने किया. संविधान की मूल भावना को अपने बदल डाला और संविधान के प्रिंबल को अपने बदल डाला."
जब किरेन रिजिजू सदन में बोल रहे हैं तो विपक्ष की तरफ से मणिपुर का भी मुद्दा उठाया गया. इस पर उन्होंने कहा कि हम उस पर अलग से चर्चा कर लेंगे, लेकिन कांग्रेस के शासन काल के दौरान दुनिया के सबसे ज्यादा मिलिटेंट ऑर्गेनाइजेशन हमारे पूर्वोत्तर भारत में ही थे. कांग्रेस की सरकार के दौरान नॉर्थ ईस्ट की तरफ ध्यान ही नहीं दिया जाता था. हमारे प्रधानमंत्री जितनी बार पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा कर चुके हैं, उनकी सरकार के मंत्री भी कभी वहां नहीं गए थे.
विपक्ष ने किरेन रिजिजू की उस टिप्पणी पर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने भाजपा को "राष्ट्रवादी" पार्टी बताया है. विपक्षी सदस्यों के विरोध के बीच सांसद रिजिजू ने कहा कि वह विपक्षी सदस्यों की "उम्र" का सम्मान करते हैं और इसलिए उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. इसके बाद विपक्ष का विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गया. इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि किरेन रिजिजू ने जो कुछ भी कहा वह 'असंसदीय' नहीं था और उनकी कोई भी टिप्पणी नहीं हटाई जाएगी.
LJP(रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, "कांग्रेस हमें संविधान विरोधी, आरक्षण विरोधी कहती है, लेकिन जिस तरह से पिछले 37 सालों में उनके तीन प्रधानमंत्रियों ने आरक्षण के खिलाफ बयान दिए हैं, आरक्षण विरोधी सोच रखी है. हम उनसे पूछना चाहते हैं कि जब बिहार दंगों में जल रहा था, तब उनका संविधान के प्रति प्रेम कहां था? विपक्ष के लोग संविधान की बात नहीं कर रहे हैं."
किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति तेजी से ही नही हो रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही विकसित भारत का नारा दिया था. कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के इतने सालों बाद भी भारत एक समृद्ध, विकसित देश क्यों नहीं बन पाया? भारत को विकसित राष्ट्र में बदलने का लक्ष्य 2014 के बाद ही जोड़ा गया.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि लोगों को भारत के बारे में कुछ भी बोलते समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि इससे देश की वैश्विक छवि प्रभावित होती है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ कोई भेदभाव नहीं होता. उन्होंने फ्रांस, स्पेन और इंडोनेशिया जैसे देशों में मुसलमानों के साथ भेदभाव को उजागर करने वाली एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ बेहतर व्यवहार किया जाता है. यही वजह है कि पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक यहां शरण लेते हैं.
अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू पोशाक की सराहना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो भीम राव अंबेडकर की भावना को स्वीकार करते हैं. इसी वजह से वो संसद का हिस्सा बन पाए हैं.
वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा सहित केरल के विपक्षी सांसदों ने वायनाड में भूस्खलन प्रभावित लोगों के लिए वित्तीय सहायता की मांग को लेकर संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया.
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