Parliament Session On Rape And Dowry Cases: देश में दहेज और बलात्कार के मामलों में सरकार ने कुछ आंकड़े पेश किए हैं. इनके मुताबिक, बीते 3 सालों में इन मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि पिछले तीन सालों में राष्ट्रीय महिला आयोग में दहेज, बलात्कार और बलात्कार की कोशिशों की शिकायतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.


लोकसभा में एक सवाल के जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ये आंकड़ा पेश किया. इसके मुताबिक साल 2022 में दहेज की 357 शिकायतें, 2021 में 341 और 2020 में 330 शिकायतें मिलीं. केंद्रीय मंत्री  ईरानी ने लोकसभा में हाजी फजलुर रहमान के एक सवाल के लिखित जवाब में कहा, "पिछले तीन सालों और चालू वर्ष के दौरान 'दहेज और बलात्कार और बलात्कार के प्रयास' श्रेणियों के तहत राष्ट्रीय महिला आयोग को मिली रजिस्टर्ड शिकायतों की संख्या में वृद्धि हुई है."


बलात्कार की कितनी शिकायतें?


इन आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय महिला आयोग को साल 2022 में बलात्कार और बलात्कार के प्रयास की 1,710 शिकायतें, 2021 में 1,681 और 2020 में 1,236 शिकायतें मिलीं. एक अन्य सवाल के जवाब में ईरानी ने कहा, “इस साल जनवरी तक 28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 411 एक्सक्लूसिव पॉक्सो (ई-पॉक्सो) कोर्ट सहित 764 फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट काम कर रही थीं. जिन्होंने 1,44,000 से अधिक मामलों का निपटारा किया है.” साल 2023 में 8 मार्च तक महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 4 हजार 636 मामले दर्ज किए गए हैं.


अदालतों में कितने मामले लंबित


उन्होंने कहा कि इन अदालतों में 1 लाख 98 हजार से अधिक मामले अभी भी लंबित हैं. ईरानी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार प्रभावी कदम उठाती है जिसमें पुलिस के साथ समन्वय, विदेशी दूतावास से सहायता लेना, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण से सहायता प्राप्त करना, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से मदद प्राप्त करना और कानूनी परामर्श देना आदि शामिल हैं.


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