Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक मामले में अब सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पांचवें आरोपी ललित झा को भी आखिर गिरफ्तार कर लिया गया. ललित झा दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने सरेंडर करने पहुंचा था. पहले गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों की कोर्ट में पेशी हुई और उन्हें सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया. पुलिस की जांच में जो खुलासे हुए हैं, वो चौंकाने वाले हैं. संसद कांड की साजिश करीब डेढ साल से रची जा रही थी. 


वहीं, संसद कांड के 24 घंटों से ज्यादा बीत चुके हैं. लेकिन अब तक इस कांड की पूरी गुत्थी सुलझी नहीं है. जैसे जैसे जांच बढ़ रही है, वैसे-वैसे नई नई जानकारियां सामने आ रही हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस की जांच से ये मालूम चला है कि सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब नाम के सोशल मीडिया पेज से जुड़े थे. सभी आरोपी डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले और जब दूसरी बार मिले तब इन्होंने संसद कांड का प्लान बनाया.


संसद की रेकी कर अंजाम दी घटना


आरोपी मनोरंजन डी ने बजट सत्र के दौरान मार्च में रेकी की थी. फिर जुलाई में सागर शर्मा ने संसद भवन की रेकी की. रेकी में पता चला कि जूते की जांच ठीक से नहीं होती है. 10 दिसंबर को सभी आरोपी दिल्ली पहुंचे. उस दिन रात को सभी गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे. ललित झा भी रात को गुरुग्राम में सबसे मिला था. विजिटर्स पास मिलने के बाद इन सभी ने 13 दिसंबर को संसद में घुसपैठ की. घटना के बाद से ही ललित झा फरार चल रहा था, लेकिन अब वह अरेस्ट हो गया है.


संसद में सेंधमारी का मास्टरमाइंड है ललित झा


सूत्रों की मानें तो अभी तक की जांच में ये बात सामने आ रही है कि संसद कांड का मास्टरमाइंड ललित झा है. इस कांड के पीछे बड़ी साजिश का अंदेशा है. जिसका खुलासा ललित झा से पूछताछ के बाद होगा. सूत्रों की मानें तो ललित झा के कहने पर ही 13 दिसंबर की तारीख तय की गई थी. तय प्लान के मुताबिक ही आरोपी संसद के भीतर जूते में कलर स्प्रे छिपाकर ले गए थे और संसद के भीतर पहुंचकर दो आरोपियों ने बवाल मचाया. बाकी दो आरोपी बाहर मौजूद थे.  


कलर वाला पटाखा महाराष्ट्र से अमोल शिंदे लेकर आया था. 13 दिसंबर की सुबह 9 बजे आरोपियों ने सांसद के पीएम से पास कलेक्ट किया. इसके बाद सभी आरोपी इंडिया गेट पर मिले और सभी को कलर वाला कैंडल बांटा गया. इसके बाद करीब 12 बजे का वक्त था, जब आरोपी संसद भवन में दाखिल हुए. 1 बजकर 1 मिनट पर संसद में घटना को अंजाम दिया गया. 


सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक मास्टरमाइंड ललित संसद के बाहर मौजूद था और घटना का वीडियो बना रहा था. उसका स्क्रीन शॉट सामने आया है जिसमें वो किसी को वीडियो भेजकर जानकारी साझा कर रहा है. ललित झा ने ही कलर अटैक का वीडियो मोबाइल में शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया.  घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने ही चारों आरोपियों का फोन अपने पास रखा था. हंगामा होने के बाद ललित मोबाइल लेकर भाग निकला. पुलिस का शक है कि मोबाइल में साजिश से जुड़े कई सबूत हो सकते हैं. 


सुरक्षा चूक पर राजनीति शुरू


दूसरी ओर, संसद की सुरक्षा को लेकर राजनीति हो रही है. विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह से जवाब के साथ ही इस्तीफे की मांग कर रहा है. संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ. लोकसभा से 14 विपक्षी सांसद सस्पेंड किये गये हैं. राज्यसभा से टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. संसद की सुरक्षा का मुद्दा दोनों सदनों में सुलग रहा है. सुबह जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सांसदों ने  सुरक्षा के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया. लोकसभा की तरह ही राज्यसभा में भी विपक्षी दलों ने जमकर नारेबाजी की. 


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