Adhir Ranjan Chowdhury on Parliament Security Breach: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए लोकसभा से 13 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर रविवार (17 द‍िसंबर) को अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखा है. अधीर ने कहा कि सदस्य लोकसभा सुरक्षा चूक मामले पर सरकार की ओर से स्पष्टीकरण के लिए दबाव डाल रहे थे.  


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, कांग्रेस नेता चौधरी ने लोकसभा स्‍पीकर को ल‍िखे पत्र में कहा, "13 दिसंबर, 2023 को संसद भवन में हुई निर्लज्ज और एक तरह से विचित्र सुरक्षा उल्लंघन की घटना की गहराई से जांच कराने को आपने सही और उचित रूप से एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है. संसद भवन पर‍िसर की सुरक्षा, उसका न‍ियंत्रण और अध‍िकार लोकसभा अध्‍यक्ष के रूप में आपके पास है.  


'न‍िलंब‍ित सांसद 13 द‍िसंबर की घटना पर स्पष्टीकरण मांग रहे थे'  


पत्र में आगे उन्‍होंने स्पीकर से आग्रह क‍िया क‍ि विपक्षी सांसदों का निलंबन रद्द क‍िया जाए. वह सभी सांसद केंद्र से 13 द‍िसंबर की घटना को लेकर सदन में स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे. उम्मीद करते हैं कि तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे. 


'संसद की सुरक्षा सदस्‍यों की स‍िक्‍युर‍िटी से जुड़ा मसला' 


उन्‍होंने कहा कि संसद की सुरक्षा का मुद्दा हम सभी सदस्‍यों की स‍िक्‍योर‍िटी से जुड़ा है. इससे मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है. उन्‍होंने यह भी कहा कि व‍िपक्ष के सदस्‍यों का यह कर्तव्‍य बनता है क‍ि वो सरकार से इस घटना पर वक्‍तव्‍य मांगे. स्‍पीकर को ल‍िखे पत्र में कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उम्‍मीद की जाती है कि तत्‍काल सुरक्षा उपायों में कोई सुधार के कदम उठाए जाएंगे.  






'घटना पर सरकार का ध्‍यान आकृष्‍ट कर रहे थे व‍िपक्षी सदस्‍य'  


अधीर रंजन ने लोकसभा अध्‍यक्ष को पत्र के माध्‍यम से अवगत कराया क‍ि ज‍िन सदस्‍यों को ''अन‍ियंत्र‍ित आचरण'' के चलते सदन से न‍िलंबि‍त क‍िया गया है, वो वास्‍तव में बहुत परेशान करने वाले मुद्दे पर सरकार का ध्‍यान आकृष्‍ट करना चाह रहे थे. इस पर वह सरकार का स्‍पष्‍टीकरण जानने का दवाब बना रहे थे. मैंने, उन सभी की च‍िंताओं और दृष्‍ट‍िकोणों पर उनकी बात को सुनने के बाद उच‍ित प्रतीत हुआ.   


'न‍िलंबित सदस्‍यों के मामले को फ‍िर से देखने की मांग'  


उन्होंने आगे लिखते हुए स्‍पीकर से आग्रह किया क‍ि 13 सदस्यों के निलंबन के कारणों को ध्यान में रखते हुए मामले को समग्र रूप से फिर से देखा जाए. उन सभी का निलंबन रद्द कर सदन में व्यवस्था बहाल करने के लिए उचित कार्रवाई की जाए.  


पत्र में 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले का भी क‍िया ज‍िक्र


अपने पत्र में उन्होंने 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले के दौरान सोनिया गांधी की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात का भी जिक्र किया.


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