Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र गुरुवार (20 जुलाई) से हो रहा है. इसको लेकर केंद्र सरकार ने बुधवार (19 जुलाई) को सर्वदलीय बैठक की. इसी बीच राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने सवाल किया कि नई संसद में सत्र क्यों नहीं हो रहा? 


हनुमान बेनीवाल ने दावा किया कि नई संसद में इस वजह से मानसून सत्र नहीं बुलाया जा रहा क्योंकि उसमें पानी भर गया है. उन्होंने कहा, '' नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार हमने इस कारण किया था क्योंकि महिला पहलाव प्रदर्शन कर रही थी. अब इच्छा था कि नई संसद में मीटिंग हो, लेकिन पानी भरने के कारण ऐसा नहीं हुआ. अरबों पैसे लगाकर मैसेज दे रहे हो कि हमने नई संसद बना ली, लेकिन एक बैठक नहीं करा पा रहे.'' 


सरकार ने दिया ये जवाब
बेनीवाल के दावे पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बात पूरी तरह से गलत और निराधार है. यह स्पीकर तय करते हैं. ऐसे में स्पीकर इस पर अपना पक्ष रखेंगे. 


दरअसल दिल्ली में हाल ही में हुई बारिश औऱ यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण कई सड़कों को बंद कर दिया गया था. कई हिस्से जलमग्न हो गए थे.  सुप्रीम कोर्ट के पास वाले एरिया से लेकर आईटीओ तक में पानी भर गया था. 


संसद का मानसून सत्र कब तक चलेगा?
बता दें कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई को होगी. ये सत्र 11 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान संसद के दोनों सदनों की कुल 17 बैठकें होनी हैं.


संसदीय ग्रंथालय भवन में हुई सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, मंत्री प्रह्लाद जोशी, विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के अलावा कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, अधीर रंजन चौधरी सहित कई नेता शामिल हुए. 


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