संसद का बजट सत्र आज गुरुवार को खत्म हो गया. तय समय से एक दिन पहले सत्र का समापन किया गया. सत्र में आम बजट को पेश और पारित करवाने के अलावा दिल्ली नगर निगम को एकीकृत करने से जुड़ा बिल भी पारित करवाया गया. हालांकि, महंगाई के मसले पर सत्र में कोई चर्चा नहीं हो सकी.
सत्र तो समाप्त हो गया, लेकिन महंगाई की मार झेल रही आम जनता को आज निराशा हाथ लगी होगी. सत्र में अन्य बातों के अलावा बढ़ती महंगाई पर चर्चा होने की उम्मीद थी. पिछले हफ्ते हुई लोकसभा की कार्य मन्त्रणा समिति यानी बीएसी की बैठक में तय किया गया था कि सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा होगी. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सरकार ने संबंधित मंत्रालय के मंत्री की उपलब्धता देखते हुए चर्चा की तारीख और समय तय कर लिया था.
संसद परिसर में महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन
हालांकि, इस हफ्ते जब कार्य मन्त्रणा समिति की बैठक हुई, तो सरकार और विपक्ष के बीच चर्चा को लेकर सहमति नहीं बन सकी. जिस दिन ये बैठक हुई उसी दिन यूक्रेन संकट पर हो रही चर्चा में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने भाग लेते हुए करीब 17 मिनट का भाषण दिया. उस भाषण में पुरी ने कहा था कि भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत उतनी नहीं बढ़ी, जितनी दूसरे देशों में. आज टीएमसी के सांसदों ने संसद परिसर में आलू और प्याज की माला पहनकर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया.
राज्यसभा में 99.80 फीसदी काम हुआ
दो भागों में होने वाले बजट सत्र के पहले भाग में राष्ट्रपति अभिभाषण के साथ-साथ आम बजट पेश किया गया. दूसरे भाग में बजट पारित होने के अलावा दो महत्वपूर्ण बिल पारित किए गए. इनमें दिल्ली नगर निगम के एकीकरण से जुड़ा बिल और अपराधियों की पहचान से जुड़ा बिल शामिल है. इस दौरान लोकसभा में कुल 13 बिल पारित किए गए, जबकि सदन में 129 फीसदी काम हुआ. वहीं, राज्यसभा में 99.80 फीसदी काम हुआ और इस दौरान 11 बिल पारित किए गए.
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