Pandav Nagar Murder Case: दिल्ली के पांडव नगर में करीब 6 महीने पहले हुए अंजन दास हत्याकांड का खुलासा हो गया है. पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी और उसके सौतेले बेटे को गिरफ्तार किया है. पुलिस को त्रिलोकपुरी (Trilokpuri) के पांडव नगर थाना क्षेत्र से सिर, हाथ और पैर जैसे मानव शरीर के अंग बरामद हुए थे. 45 वर्षीय मृतक अंजन दास, 48 वर्षीय उसकी पत्नी पूनम और 25 वर्षीय सौतेला बेटा पिछले छह साल से पांडव नगर में एक छोटे से मकान रहते थे. 


अब अंजन दास हत्याकांड से जुड़े कई गहरे राज खुलकर सामने आए हैं. पुलिस जांच में इस मर्डर केस की मास्टमाइंड मृतक की पत्नी पूनम है. उसी ने पति की हत्या की साजिश रची थी. पुलिस जांच में इस केस को कई खुलासे किए हैं. आइए आपको बताते हैं इस केस से जुड़े 10 बड़े राज.


अंजन हत्याकांड से जुड़े 10 बड़े राज


1. आरोपी पूनम की अंजन कुमार के साथ ये तीसरी शादी थी. उसकी पहली शादी 13 साल की उम्र में बिहार निवासी सुखदेव तिवारी के साथ हुई थी, जो उसे छोड़कर दिल्ला चला गया था. पूनम को पहली शादी से एक बच्ची भी थी. पूनम पति की तलाश में दिल्ली भी आई लेकिन उसे उसका कुछ पता नहीं चला. 


2. पूनम की दूसरी शादी त्रिलोकपुरी निवासी कल्लू से हुई थी. कल्लू और पूनम का एक बेटा दीपक (हत्या का आरोपी) और दो बेटियां हैं. कल्लू को शराब की लत थी लिवर फेल होने से 2016 में उसकी मौत हो गई.


3. साल 2011 में पूनम के दूसरे पति की मौत से पहले ही उसके अंजन के साथ रहना शुरू कर दिया था. बाद में पूनम को पता चला कि अंजन तो पहले से शादीशुदा है और उसके आठ बच्चे (सात बेटी और एक बेटा पहली पत्नी से हैं. 


4. अंजन ने पूनम की जेवर और रुपये चोरी कर उन्हें बिहार में रह रहे अपनी पहली पत्नी और बच्चों को भेजने लगा. इस बात को लेकर पूनम और अंजन के बीच अक्सर झगड़ा होता था. 


5. पूनम को शक था कि अंजन के दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध हैं. इसके अलावा अंजन सौतेले बेटे दीपक की पत्नी और पूनम की तलाकशुदा बेटी पर गंदी नजर रखता था. आरोप है कि उसने कई बार उनके साथ छेड़छाड़ और रेप करने की भी कोशिश की. 


6. पड़ोसियों के अनुसार, पूनम ने करीब 9 महीने पहले ही अंजन दास को भगा दिया था, लेकिन ये पता नहीं चला कि वो कब आया और कब उसकी हत्या कर दी गई. पति-पत्नी में अक्सर लड़ने-झगड़ने की आवाजें आती थीं.


7. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से डंप टेडा इकट्ठा  किया था. उनमें कुछ ऐसे संदिग्ध मोबाइल नंबर मिले, जो उस दिन बंद हो गए थे. पुलिस ने उन मोबाइल नंबरों को शॉर्टलिस्ट करना शुरू किया और इसके जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई.


8. अंजन दास की हत्या की साजिश 30 मई को रची गई थी. इसके लिए सौतेले बेटे दीपक ने पहले से ही एक बड़े चाकू का इंतजाम कर रखा था. हत्या के बाद उसने लाश के 10 टुकड़े किए और बॉडी पार्टस् से बदबू ना आए, इसलिए प्लास्टिग बैग में भरकर फ्रीज में रख दिया. इसके बाद मां-बेटे को जैसे-जैसे मौका मिला ,वे लाख के टुकड़ों को रामलीला ग्राउंड और उसके आसपास फेंकने लगे.


9. पुलिस को अभी तक अंजन के शव के केवल छह ही टुकड़े बरामद हुए हैं. पुलिस को उसके शव के चार टुकड़ों की अभी भी तलाश है. 


10. मां-बेटे ने अंजन के बॉडी के टुकड़े करने के लिए दरांती और चाकू का इस्तेमाल किया था. पुलिस को साथ ही जिस घर में इस वारदात को अंजाम दिया गया, उस किराए के मकान में सफेदी और पेंट करवा दिया. वहीं, जिस फ्रिज में अंजन का शव टुकड़े करके रखा गया था उसे फिनायल और सैनिटाइजर से साफ किया गया.


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