पंचकुला: साध्वियों से बलात्कार के आरोप में बाबा राम रहीम की सजा के बाद पंचकुला में हुई हिंसा मामले में हनीप्रीति समेत 15 अन्य आरोपियों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर आज पंचकुला कोर्ट सुनवाई हुई. लेकिन आज हनीप्रीत पर आरोप तय नहीं किए जाएंगे. बता दें कि सुबह 10 बजे हनीप्रीत चेहरा ढंककर पंचकूला कोर्ट पहुंची थी.


कोर्ट में बचाव पक्ष के वकीलों ने कहा है कि अभियोजन पक्ष के सभी दस्तावेज़ अभी नहीं मिले हैं. ऐसे में कोर्ट ने केस के इन्वेस्टिगेशन अफ़सर को पेश होने को कहा है. उसके बाद अगली तारीख़ दी जाएगी. बता दें कि हिंसा फैलाने वालों में हनीप्रीत के अलावा आदित्य इंसा, पवन इंसा, सुरेंद्र धीमान, दिलावर इंसा, दान सिंह, चमकौर सिंह और गोविंद राम का नाम भी शामिल है. इन आरोपियों में आदित्य इंसा और महेंद्र इंसा अबतक फरार है.

गौरतलब है कि पंचकूला दंगों की पड़ताल में जुटी हरियाणा पुलिस ने 28 नवंबर को हनीप्रीत समेत 15 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. पिछली सुनवाई के दौरान सभी आरोपियों को इसकी कॉपी सौंप दी गई थी. इस चार्जशीट में हनीप्रीत समेत 15 अन्य को पंचकूला में दंगों और हिंसा की घटना के लिए आरोपी बनाया गया है.


हनीप्रीत पर गंभीर आरोप हैं. आरोप पत्र के तीन पन्नों में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम और डेरे के छह सुरक्षाकर्मियों का भी जिक्र किया गया है. आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 121ए, 216, 145, 150, 151, 152, 153 और 120बी के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.


चार्जशीट में हनीप्रीत को बनाया गया मुख्य अभियुक्त


1200 पन्नों की चार्जशीट में हनीप्रीत को मुख्य अभियुक्त बनाया गया. उसके खिलाफ धारा 120B यानी आपराधिक साजिश रचने, 121 यानी राष्ट्र के खिलाफ जंग छेड़ने यानी देशद्रोह और 121A यानी आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की साजिश रचने जैसी धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ था.


हरियाणा पुलिस का दावा है कि पंचकूला हिंसा की साजिश डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वॉर्टर में एक सीक्रेट मीटिंग में रची गई थी. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने अपनी चार्जशीट में उस सीक्रेट मीटिंग का भी जिक्र किया है जो एक बंद कमरे में हुई थी.


8 दिनों तक पुलिस के साथ आंख-मिचौली का खेल खेलती रही हनीप्रीत


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हनीप्रीत ने पूछताछ में डेरे से जुड़े ऐसे कई लोगों के नाम बताए थे, जो पंचकूला हिंसा की साजिश में शामिल थे. साथ ही, हनीप्रीत ने उन लोगों के बारे में भी पुलिस को खुलकर बताया था, जिनकी मदद से वो 38 दिनों तक पुलिस के साथ आंख-मिचौली का खेल खेलती रही थी. पुलिस ने उनमें से कई लोगों को हनीप्रीत के साथ आरोपी बनाया है. सूत्रों के मुताबिक उनमें से कुछ लोग हनीप्रीत के खिलाफ गवाही भी दे सकते हैं.


कल एक और आरोपी गिरफ्तार


इससे पहले कल पंचकूला पुलिस ने हिंसा के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. राम रहीम के करीबी और डेरा के अनुयायी भंगीदास कस्तूर इंसा को सिरसा की एसआईटी टीम ने गिरफ्तार किया है. भंगीदास पर 25 अगस्त को सिरसा में हिंसा फैलाने का आरोप है.


क्या है पूरा मामला?


बता दें कि 25 अगस्त 2017 को जब सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम को बलात्कार का दोषी करार दिया था तब अचानक पंचकूला और सिरसा समेत हरियाणा और पंजाब के कई शहरों में भयानक हिंसा फैल गई थी. पथराव और आगजनी की कई घटनाएं हुईं थीं. उस वक्त यही सबसे बड़ा सवाल था कि आखिर इस हिंसा के पीछे कौन है. पुलिस ने जांच के बाद जो चार्जशीट दायर की उससे खुलासा हुआ कि इस हिंसा की मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत थी.