नई दिल्लीअमरनाथ यात्रियों पर हमले का कनेक्शन आतंकी मसूद अजहर से जुड़ता दिख रहा है. मसूद अजहर वही आतंकी है जिसने संसद पर हमला करवाया था. मसूद अजहर ने ही पठानकोट और उरी हमले की साजिश रची थी. अब सामने आया है कि अमरनाथ यात्रा से कुछ दिन पहले मसूद अजहर ने एक ऑडियो जारी करवाया था. जिसमें भारत में बड़े आतंकी हमले के संकेत दिए गए थे.


भोले के भक्तों को मारने की साजिश मसूद अजहर ने रची ?


अमरनाथ पर आतंकी हमले से पहले मसूद अजहर का एक ऑडियो टेप सामने आया है. इस ऑडियो टेप में एक आतंकी मसूद अजहर का नापाक संदेश सुना रहा है. टेप को सुनकर लगता है कि जैसे मसूद अजहर किसी बड़े हमले होने का संकेत दे रहा हो.


इस ऑडियो टेप में बोला जा रहा है, ‘’हिंदुस्तान के मुसलमानों… पानी सिर से ऊपर है. इंडिया में हालात आए दिन बिगड़ते जा रहे हैं. जो बर्दाश्त करने लायक नहीं हैं. नफरत वाले हालात हैं. जब से मोदी आया तब से मामला बयानों से आगे निकल चुका है. हिंदू इस वक्त बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. ऐसी गलती जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना होग.  हिंदू इस वक्त बहुत बड़ा जुल्म ढहा रहे हैं. ऐसा जुल्म दस गुना ताकत के साथ उनके घरों का रुख करेगा.  मोदी और योगी अपनी कौम को इस ओर ले जा रहे हैं.’’


जहरीले संदेश से भरे इस टेप से ये संकेत मिल रहे हैं कि अमरनाथ हमले से मसूद अजहर का कनेक्शन हो सकता है.


मसूद अजहर हिंदुस्तान के खिलाफ कई बार बड़ी साजिशों को अंजाम दे चुका है. मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में पलते आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का चीफ है.  साल 2001 के संसद पर हुए हमले की साजिश उसने ही रची थी. पिछले साल उरी हमले का भी मास्टरमाइंड मसूद अजहर ही था. पिछले साल जनवरी महीने में पठानकोट में सेना के बेस कैंप पर हुए हमले में भी इसकी भूमिका रही है.


लश्कर और हिजबुल ने कराया हमला!


हालांकि एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक आईबी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें बताया गया है लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन दोनों आतंकी संगठनों ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया है और उसका मास्टरमाइंड लश्कर का आतंकी इस्माइल है.


लश्कर के कमांडर इस्माइल ने रची थी साजिश


खुफिया सूत्रों के मुताबिक हमले की पूरी साजिश लश्कर के कमांडर इस्माइल ने रची थी. इस्माइल का पूरा नाम मोहम्मद अबू इस्माइल है. ये दक्षिण कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर में लश्कर का कमांडर है. स्थानीय आतंकी संगठनों के साथ इसके अच्छे रिश्ते हैं और स्थानीय आतंकी इसे मदद भी करते हैं.


इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अमरनाथ यात्रा पर हमला करने में जैश ने लश्कर और हिज्बुल की मदद न की हो. गौरतलब है कि पाकिस्तान में बैठे मसूद अजहर को भारत यूएन से अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान की शह पर चीन अड़ंगा डाल देता है.


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