भारत में रामनवमी और हनुमान जयंती के अवसर देश के कई हिस्सों में हिंसा की खबरें सामने आई हैं. जिसपर अब पाकिस्तान ने अपना रिएक्शन दिया है. दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसमें उसने भारत में हुए हालिया घटनाओं को मुसलमानों के खिलाफ लक्षित हमला बताया है और ऐसी घटनाओं की निंदा की है. इस बयान में दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा की घटना और साल 2020 में दिल्ली हुई हिंसा के बारे में भी कहा गया है. बयान में पाकिस्तान ने कहा कि भारत में मुस्लिम समुदायों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. 


बता दें कि पाकिस्तान हमेशा से ही भारत के आंतरिक मुद्दों पर कमेंटबाजी करता रहा है. पाकिस्तान दावा करता रहा है कि भारत में मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी की जाती है और उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जाता है. 


हालांकि भारत पहले भी की गई बयानबाजी के दौरान पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से कह चुका है कि उसे भारत के आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी करने की जरूरत नहीं है, भारत ने कहा था कि हमारे देश के आतंरिक मुद्दों पर कमेंट करने से पहले पाकिस्तान को अपने मुल्क के अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा पर ध्यान देना चाहिए.


पाकिस्तान ने भारत में हुई हिंसा पर क्या कहा?


विदेश मंत्रालय द्वारा फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में कहा गया, ‘पाकिस्तान विभिन्न भारतीय राज्यों में कट्टर हिंदू भीड़ द्वारा मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और टारगेट हमलों के अभियान की कड़ी निंदा करता है. भारत में दिल्ली में जहांगीरपुरी की हिंसा से लेकर जामिया मस्जिद में भगवा झंडा फहराने का प्रयास, अपमानजनक नारेबाजी, भड़काऊ संगीत बजाना और शोभायात्रा के जुलूस में हथियारों को लहराना. इस गंभीरता को दिखाता है कि मुसलमानों के खिलाफ भारत में सरकार द्वारा स्वीकृत उन्माद और नफरत फैलाई जा रही है.’


इसके अलावा बयान में कहा गया कि पाकिस्तान भारत सरकार से मुसलमानों और उनकी मस्जिदों के खिलाफ व्यापक हिंसा और धमकी की घटनाओं की पारदर्शी रूप से जांच करने की मांग करता है. 


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