नई दिल्ली: भारतीय रेलवे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी देश बांग्लादेश की मदद करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन से 200 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की खेप रविवार को पहुंचाएगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब इस जीवन रक्षक गैस को देश के बाहर भेजा जा रहा है. झारखंड के टाटानगर से 10 कंटेनर वाली यह ट्रेन शनिवार को रवाना हुई और इसके कल बांग्लादेश के बेनापोल पहुंचने की संभावना है. रेलवे ने बताया कि टाटानगर से 200 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन की खेप लेकर ऑक्सजीन एक्सप्रेस पहली बार बांग्लादेश रवाना हुई. इसके कल सुबह पहुंचने की संभावना है.
ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए चल रही है ऑक्सीजन एक्सप्रेस
भारत में महामारी की दूसरी लहर के दौरान राज्यों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन शुरू किया था. रेलवे 24 अप्रैल, 2021 को इस अभियान की शुरुआत के बाद से अब तक 480 ऐसी ट्रेनों का परिचालन कर चुका है और देश के अलग-अलग हिस्सों में 38,841 टन ऑक्सीजन पहुंचा चुका है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर क्या कहा?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट करते हुए कहा, "अपनी सांस्कृतिक व्यवहार "वसुधैव कुटुम्बकम्" पर खरे उतरते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे कोविड के खिलाफ लड़ाई में मानवता की मदद करने के लिए लगन से काम कर रहा है. पहली बार, ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज सुबह 200 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के साथ बांग्लादेश के लिए रवाना हुई."
पहले भी भारत कर चुका है बांग्लादेश की मदद
विश्व के मानचित्र पर भारत और बांग्लादेश की पहचान मिलनसार पड़ोसी के रूप में है. यह पहली बार नहीं है जब भारत ने बांग्लादेश की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. इससे पहले इस साल मार्च में पीएम नरेंद्र मोदी अपनी साल की पहली यात्रा पर बांग्लादेश गए थे तो उन्होंने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को 109 एंबुलेंस और 12 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज भेंट में दी थी.
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