नई दिल्ली: बिहार की कई विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग से मतदाताओं को इस बारे में आश्वस्त करने को कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव कोविड-19 महामारी के बीच बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलाने वाला कार्यक्रम नहीं बनेगा. विपक्षी दलों ने शुक्रवार शाम आयोग के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी ऑनलाइन बैठक से पहले चुनाव आयोग को एक ज्ञापन दिया. जिसमें राज्य में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर बात की ओर ध्यान आकृष्ट किया.

कोरोना से राज्य बुरी तरह हुआ प्रभावित

ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘कोविड-19 महामारी से राज्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. राजधानी पटना में करीब 89 निरूद्ध क्षेत्र हैं तथा 16 से अधिक जिलों में 16 जुलाई से और 15 दिनों के लिये लॉकडाउन लागू किया गया है.’’

राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) ने हैरानगी जताते हुए कहा है कि करीब 13 करोड़ की आबादी और 7.5 करोड़ मतदाताओं वाले राज्य में चुनाव आयोग लोगों के बीच कम से कम छह फुट की दूरी कैसे सुनिश्चित करेगा.

29 नवंबर को खत्म हो रहा है बिहार विधानसभा का कार्यकाल 

ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘लोग पूरी तरह से स्पष्टता चाहते हैं ताकि अधिकतम संख्या में मतदाताओं की भागीदारी प्रतिकूल रूप से प्रभावित नहीं हो. लोग आयोग से यह उम्मीद भी करते हैं कि वह लोगों को इस बारे में आश्वस्त करेगा कि समूची चुनाव प्रक्रिया बड़े पैमाने पर लोगों को (कोविड-19 से) संक्रमित करने वाला कार्यक्रम नहीं बनेगा.’’

बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है और नयी विधानसभा का गठन उससे पहले किया जाना है.

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