Rajouri Poonch Attack: राजौरी और पुंछ के जंगलों में छिपे आतंकियों को ढूंढने और यहां आतंकियों का सफाया करने के लिए सुरक्षा बल जल्द ही जंगलों की गुफाओं को ध्वस्त कर सकते हैं. गौरतलब है कि इसी साल अब तक इन जंगलों में चले ऑपरेशंस में 10 सुरक्षाबलों के जवानों समेत 20 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.


सुरक्षाबल आतंकियों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले राजौरी और पुंछ के पहाड़ों और जंगलों में जल्द ही सुरक्षा को लेकर एक व्यापक ऑपरेशन चला सकते हैं. सुरक्षाबलों के मुताबिक इन जंगलों में करीब दो दर्जन प्राकृतिक ऐसी गुफाएं हैं जो न केवल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह हैं, बल्कि यहां आतंकी अपने हथियार और गोला-बारूद भी छिपा रहे हैं. यह प्राकृतिक गुफाएं बड़े-बड़े पत्थरों से घिरी हुई हैं जो ऑपरेशन में इन आतंकियों को छुपने में मदद करती हैं. ऐसे में अब सुरक्षाबल इन जंगलों में बनी दर्जनों गुफाओं को ध्वस्त करने की योजना बना रहे हैं. 


10 भारतीय सैनिक शहीद


इस साल अब तक इन जंगलों में हुए विभिन्न ऑपरेशंस में जहां 10 भारतीय सेना के जवान देश के नाम अपनी शहादत दे चुके हैं, वही आतंकियों ने 10 आम नागरिकों की हत्या भी इसी साल की है. सुरक्षाबलों की मानें तो आतंकी घटनाओं को अंजाम देकर आतंकी इन जंगलों में भागकर यहां बनी इन प्राकृतिक गुफा में शरण लेते हैं. जंगलों में छिपे आतंकियों को ढूंढने के लिए जहां एक ओर सुरक्षा बल व्यापक सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं वहीं इन आतंकियों को ढूंढने के लिए हेलीकॉप्टर ड्रोन की भी मदद ली जा रही है. 


ऑपरेशन त्रिनेत्र


इसी महीने की शुरुआत से यहां चलाए जा रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र का कोई बड़ा फायदा अब तक सुरक्षाबलों को नहीं मिला है. हालांकि सुरक्षाबलों ने अब तक इस जंगल में छिपे एक आतंकी को जरूर मार गिराया है. सुरक्षाबल दावा कर रहे हैं कि इन जंगलों पर में बनी गुफाओं को अगर नष्ट किया जाता है तो ऐसे में आतंकी यहां छुपकर नहीं बैठ सकते और फिर उन्हें मार गिराना सुरक्षाबलों के लिए आसान हो जाएगा. 


ऐसे में सुरक्षाबल अब इन जंगलों में एक व्यापक ऑपरेशन चलाने की योजना बना रहे हैं जिसके तहत इन जंगलों में सभी प्राकृतिक गुफाओं को नष्ट किया जा सकता है.