Sudan Crisis: सूडान में छिड़े गृहयुद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों को ऑपरेशन कावेरी के तहत लगातार निकाला जा रहा है. भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस तेग से शनिवार (29 अप्रैल) को भारतीयों के 14वें बैच में 288 नागरिकों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया. भारतीय सेना की मदद से चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी के तहत ये सभी लोग जेद्दा पहुंचेगे.


इस बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीय नागरिकों का 14वां बैच सूडान से निकल गया है. 288 लोगों को लेकर आईएनएस तेग जेद्दा की ओर रवाना हो गया है.


सूडान में नहीं थम रहा गृहयुद्ध


इससे पहले सूडान में ही तैनात आईएनएस सुमेधा से भी 300 भारतीय नागरिकों को निकाला गया था. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृहयुद्ध में फंसे सूडान से अब तक 2400 भारतीय नागरिकों को निकाला जा चुका है. सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के बीच छिड़ी जंग से खून-खराबा अपने चरम पर पहुंच चुका है.


रेस्क्यू मिशन पर भारतीय नागरिकों ने जताया भरोसा


भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी के जरिये सूडान में फंसे 3000 नागरिकों को निकालने की कोशिश में जुटी हुई है. ऑपरेशन कावेरी के तहत शनिवार की शाम को 365 भारतीय नागरिक वापस अपने वतन लौट आए. इसके बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ऑपरेशन कावेरी के तहत और भारतीयों की वतन वापसी हुई है. 365 नागरिक आज ही दिल्ली पहुंचे हैं.


सूडान में फंसे 231 भारतीय नागरिकों का एक जत्था शनिवार की सुबह भी दिल्ली पहुंचा था. इस दौरान वतन वापस आने पर नागरिकों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारे लगाए. इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की. ऑपरेशन कावेरी के तहत लगातार लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. भारतीय नागरिकों का एक जत्था लगभग रोजाना ही वतन वापसी कर रहा है.


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