शिवसेना और बीजेपी के बीच लगातार वाकयुद्ध चल रहा है. अब भारतीय जनता पार्टी के नेता आशीष शेलार की उस टिप्पणी पर शिवेसना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में निशाना साधा है, जिसमें शेलार ने कहा था कि उसके झंडे को ‘पवित्र’ करने की जरूरत है. शिवसेना ने सामना में खुद को ‘ऑरिजनल’ करार दिया.


बीेजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा था कि शिवसेना के झंडे को पवित्र करने की इसलिए जरूरत है क्योंकि इसने हिन्दुत्व का एजेंडा छोड़ दिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) और कांग्रेस के साथ जाकर हाथ मिला लिया.


सामना के संपादकीय में यह कहा गया, “अगर आप बीएमसी की बिल्डिंग से भगवा झंडा हटाने की सोच रहे हैं तो मुंबई के लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि उस विचार का अंतिम संस्कार किया जाए और उस पर भी भगवा झंडा फहराया जाए.”


शिवसेना ने इसमें आगे कहा कहा है, मुंबई भगवा रंग की आग है और अगर बीजेपी भगवा झंडा को छूने की हिम्मत करती है, तो उसे मौत के घाट उतार दिया जाएगा। संपादकीय में यह दावा किया गया है कि शिवसेना ने जब से गठबंधन की सरकार बनाई है बीजेपी ही उसको संपर्क करने के लिए आई है.


शिवसेना ने संपादकीय में आगे लिखा है- भगवा को उतरना मुंबई को पूंजीपतियों के गले में डालने और मराठी लोगों, कामगारों और मजदूरों को गुलाम बनाने जैसा है. जो लोग इस मराठी पहचान के इस असली भगवा को नीचे गिराने की साजिश कर रहे हैं, वे वास्तव में देश के हिंदू गौरव और हिंदुत्व का अपमान कर रहे हैं. गौरतलब है कि 2022 में बीएमसी का चुनाव होना है. ऐसे में बीजेपी और शिवसेना के बीच एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप बढ़ते जा रहा हैं.