Odisha Train Accident: जाको राखे साईयां मार सके ना कोय... ओडिशा के बालासोर हादसे में कई ऐसे उदाहरण हमें देखने को मिले, जहां ये कहावत सच साबित हुई है. ऐसी ही एक और कहानी सामने आई है. जहां एक महिला को हादसे का शिकार होने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार होना था, लेकिन आखिरी वक्त में कुछ ऐसा हुआ जिससे उन्हें अपनी ट्रेन कैंसिल करनी पड़ी. अब इस महिला ने पूरी कहानी बताई है और कहा है कि उनके भगवान लड्डू गोपाल (भगवान कृष्ण) ने उनकी जान बचाई. 


रेल दुर्घटना में ऐसे बची जान
इंडिया टुडे से बात करते हुए लक्ष्मी दास सरकार ने अपनी ये पूरी कहानी बयां की. लक्ष्मी दास भी बाकी सभी यात्रियों की तरह 2 जून को कोरोमंडल एक्सप्रेस में चढ़ने वाली थीं, लेकिन उनकी बेटी को कुछ काम आने के चलते उन्हें अपनी ये यात्रा रद्द करनी पड़ी. इस दुर्घटना के बाद जब पहली बार कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरियों पर दौड़ी तो लक्ष्मी दास सरकार हाथों में लड्डू गोपाल की मूर्ति लिए बैठी थीं और जान बचाने के लिए उनका शुक्रिया अदा कर रहीं थीं. इस बातचीत में उन्होंने बताया कि लड्डू गोपाल की कृपा से उनकी जान बची. 


चेन्नई में बेटी से मिलने जा रही थी महिला
अपनी यात्रा रद्द होने की कहानी बताते हुए हावड़ा की रहने वालीं लक्ष्मी दास सरकार ने कहा कि वो 2 जून को शालीमार स्टेशन से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार होने के लिए पूरी तरह तैयार थीं. वो अपनी बेटी से मिलने चेन्नई जा रही थी, जो एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करती है. हालांकि आखिरी वक्त में बेटी के ऑफिस के काम के चलते उन्होंने अपनी इस यात्रा को कैंसिल कर दिया. इसके बाद दूसरे दिन जाने का प्लान बना. जब लक्ष्मी दास सरकार ने दो जून को दुर्घटना की खबरें देखीं तो उन्हें बड़ा झटका लगा, तब उन्होंने अपने लड्डू गोपाल को याद करते हुए उनका धन्यवाद दिया.  


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