Odisha Paper Leak: देशभर में इन दिनों बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं. इस बीच पेपर लीक की घटनाओं की भी जानकारी सामने आ रही है. ओडिशा में इंग्लिश के पेपर लीक के आरोपों के बीच मैथ्स का क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर सोमवार (26 फरवरी) को वायरल हो गया. 10वीं के मैथ्स के क्वेश्चन पेपर को कथित तौर पर सोशल मीडिया के कई ग्रुप्स में सर्कुलेट होते हुए देखा गया. वर्तमान में हाई स्कूल सर्टिफिकेट (HSC) एग्जाम यानी 10वीं की परीक्षा चल रही हैं. 


बोर्ड पर आरोप लग रहे हैं कि 10वीं के मैथ्स के एग्जाम खत्म होने से पहले ही क्वेश्चन पेपर के सी और डी सेट क्योंझर जिले सहित राज्य के कई अन्य जगहों पर सर्कुलेट होने लगे. इन्हें अलग-अलग ग्रुपों के जरिए राज्यभर में वायरल किया जाने लगा. जिन स्टूडेंट्स ने एग्जाम से पहले इन क्वेश्चन पेपर को देखा था, वो जब एग्जाम देने आए तो उन्होंने दावा किया कि सोशल मीडिया पर देखे से सी और डी सेट एग्जाम में दिए गए सेट से बिल्कुल मेल खा रहे हैं. 


छात्रों ने क्या कहा? 


द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कटक में परीक्षा देने पहुंचे एक छात्र ने कहा, 'हमें क्वेश्चन पेपर का सी और डी सेट मिला है. जिन सवालों को हमने एग्जाम हॉल में हल किया है, वो बिल्कुल वैसे ही हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे.' छात्रों ने कहा कि बोर्ड को पेपर लीक के आरोपों के बीच फिर से पेपर करवाकर दबाव बनाने के बजाय, उन स्टाफ और स्टूडेंट्स को सजा देनी चाहिए, जो उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के लिए जिम्मेदार हैं. 


ओडिशा बोर्ड ने पेपर लीक पर क्या कहा? 


हालांकि, बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, ओडिशा ने पेपर लीक के आरोपों से इनकार किया है. बोर्ड के उपाध्यक्ष निहार रंजन मोहंती ने कहा, 'अभी तक किसी भी क्वेश्चन पेपर के लीक होने का कोई सबूत नहीं है. ऐसा लगता है कि यह छात्रों को गुमराह करने और बोर्ड की छवि खराब करने के इरादे से कुछ शरारती तत्वों को हरकत है. हालांकि, हमने क्योंझर के जिला शिक्षा अधिकारी को इस मुद्दे को देखने के लिए कहा गया है.'


वहीं, भले ही बोर्ड की तरफ से पेपर लीक को लेकर सफाई दी गई है, लेकिन अभिभावक उनके स्पष्टीकरण से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं. उनका कहना है कि बोर्ड को इस बात का पूरा ख्याल रखना चाहिए कि पेपर लीक की घटनाएं सामने नहीं आएं. पैरेंट्स ने कहा कि पेपर लीक जैसी घटनाएं बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. 


यह भी पढ़ें: भारत में पेपर लीक कितनी गंभीर समस्या? जानिए कहां कितने एग्जाम हुए रद्द, अब कैसे नकेल कसने की तैयारी में सरकार