Gaurav Bhatia Misbehave Case: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वकील गौरव भाटिया के साथ नोएडा कोर्ट में हुई बदसलूकी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए मामले को गंभीर बताया है. दरअसल, नोएडा की कोर्ट में कुछ वकीलों की तरफ से वरिष्ठ वकील गौरव भाटिया और सुप्रीम कोर्ट की एक अन्य महिला वकील के साथ दुर्व्यवहार किया गया था.


मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने गौतम बुद्ध नगर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा. वहीं, स्थानीय एसएचओ को भी नोटिस जारी किया. जिला जज से रिपोर्ट मांगी है और सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने को भी कहा है. अब इस मामले पर अगली सुनवाई 1 अप्रैल को होगी. वहीं, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने की निंदा की है और क्षेत्रीय बार संघ से कदम उठाने की मांग की.


सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत लिया संज्ञान


इस मुद्दे को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूण के सामने वरिष्ठ वकील विकास सिंह, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमण, केके वेणुगोपाल और जयंत भूषण ने उठाया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत संज्ञान लेते हुए ये एक्शन लिया. 


एससीबीए ने क्या कहा?


एससीबीए की कार्यकारी समिति ने कहा कि कोर्ट रूम के अंदर एक वकील की ओर से एक वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ की गई इस गंभीर बदसलूकी का संज्ञान लेते हुए इसकी निंदा करते हैं क्योंकि ऐसे मामले पूरी बिरादरी को बदनाम करने का काम करते हैं. इसके साथ ही एससीबीए ने जिला दीवानी और फौजदारी बार एसोसिएशन गौतम बुद्ध नगर की कार्यकारी समिति से बदसलूकी करने वाले वकील के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह भी किया. 


क्या है मामला?


पुलिस के मुताबिक, गौरव भाटिया अपने कुछ काम से नोएडा कोर्ट पहुंचे थे. इस दौरान स्थानीय बार अध्यक्ष और अन्य वकीलों ने उन्हें हड़ताल का हवाला देते हुए काम करने से रोका. साथ ही किसी बात को लेकर इन वकीलों के साथ गौरव भाटिया की कहासुनी भी हो गई.


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