नई दिल्ली: डोकलाम विवाद पर पहली बार चीनी सेना से सीधी धमकी दी है. डोकलाम पर भारत के भूटान के साथ खड़े रहने से चीन बुरी तरह बौखला गया है. इसीलिए चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत को धमकाते हुए चीनी सेना के 90 सालों के इतिहास को याद दिलाया.


चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा, ''मैं भारत को याद दिलाना चाहता हूं कि वो किसी तरह के भ्रम में न रहे, चीन की सेना का 90 साल का इतिहास हमारी क्षमता को साबित करती है, देश की रक्षा करने को लेकर हमारे विश्वास को कोई भी डिगा नहीं सकता. पहाड़ को हिलाना मुमकिन है लेकिन चीन की सेना को हिला पाना मुश्किल है.''


डोकलाम में भारतीय सैनिकों की मौजूदगी चीन से बर्दाश्त नहीं हो रही है, क्योंकि भारतीय सेना ने उसे डोकलाम को हड़पने की उसकी साजिशों पर पानी फेर दिया है. चीन की धमकियां इसी बौकलाहट का नतीजा हैं.


चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा, ''अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का हमारा संकल्प कभी नहीं डिगने वाला है, हम हर कीमत पर अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के हितों की रक्षा करेंगे, इलाके में हालात को देखते हुए चीन की सेना ने कदम उठाए हैं, हम हालात को देखते हुए सेना की तैनाती बढ़ाएंगे.''


चीनी प्रवक्ता के बयान से साफ है कि चीन हड़बड़ाया हुआ है. चीन को उम्मीद नहीं थी कि भारत, भूटान की मदद के लिए उससे भिड़ जाएगा. चीन को इसलिए भी उम्मीद नहीं थी क्योंकि भले ही भारत के साथ उसका सीमा विवाद पुराना हो लेकिन संबंध वैसे नहीं हैं जैसे भारत और पाकिस्तान के आपस में हैं.


क्या भारत का चीन से युद्ध हो सकता है ?
1962 भारत और चीन युद्ध लड़ चुके हैं, हालांकि इसके बाद दोनों देशों के बीच कभी हथियार नहीं चले. सैनिकों के एक-दूसरे के इलाके में घुसपैठ की घटनाएं जरूर हुई हैं.


क्षा मामलों के जानकार (रिटा.) कर्नल श्यौदान सिंह के मुताबिक, ''चीन भूल गया है कि ये 62 का भारत नहीं है, ये 2017 का भारत है, और हम लोग चीन से ज्यादा तैयार हैं, पूरे उपकरण, पूरे हथियार, जवान तैयार हैं, हम लोग चीन से कम नहीं है, हम लोग चीन से बेहतर हैं.''


ताकत: भारत बनाम चीन
ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक भारत दुनिया का चौथा और चीन दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर देश है. भारत का रक्षा बजट जहां 3 लाख 60 हजार करोड़ है वहीं चीन का अपनी सेनाओं पर 10 लाख 365 हजार करोड़ रूपए खर्च करता है.


भारत के पास करीब 13 लाख 62 हजार तो चीन के पास करीब 22 लाख 60 हजार सैनिक हैं. भारत के पास करीब 4426 टैंक हैं तो चीन के पास 6457 टैंक हैं.


भारत के पास करीब 7700 बड़ी तोपें हैं, जबकि चीन के पास बड़ी तोपों की संख्या करीब 8000 है. दोनों देशों के एयरफोर्स की बात करें भारत के पास 2012 विमान हैं तो चीन के पास मौजूद विमानों की संख्या करीब 2955 है. नेवी की बात की जाए तो भारत के पास कुल लड़ाकू जहाज़ 72 हैं जबकि चीन के पास 221 हैं.


भारत एयरक्राफ्ट करियर के मामले में चीन पर बीस है, भारत के पास विमानवाहक जहाजों की संख्या तीन है जबकि चीन के पास एक ही है, और जंग के हालातों में एयरक्राफ्ट करियर बेहद निर्णायक भूमिका निभाते हैं.