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बीजेपी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन की सोमवार (15 दिसंबर 2025) को दिल्ली स्थितार्टी मुख्यालय में ताजपोशी की गई. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें पदभार ग्रहण कराया. अगले साल बतौर बीजेपी अध्यक्ष उनका मुकाबला देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई अनुभवी नेताओं से होगा.

सबसे कम उम्र के किस नेता के पास पार्टी की कमान?

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नितिन नबीन 45 साल की उम्र में बीजेपी के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. हालांकि युवाओं के क्रम में उनका नंबर दूसरा है. एनडीए के घटक दल एलजेपी (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (41 साल) इस मामले में सबसे युवा हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 83 साल के हैं. कांग्रेस-बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्षों की उम्र में 38 साल का फर्क है. आरजेडी, जेडीयू, HAM, जनसुराज के राष्ट्रीय अध्यक्षों के मुकाबले नितिन नबीन सबसे युवा हैं.

आरजेडी को भले ही फिलहाल 36 वर्षीय तेजस्वी यादव संभाल रहे हों, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव (77 साल) हैं. तेजस्वी यादव भी तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की उम्र 74 साल है. बिहार में बीजेपी के लिए बड़ा चैलेंज नेतृत्व की कमी को दूर करना था, जिस पर बीजेपी जोरों शोरों से काम कर रही है.

जानिए राष्ट्रीय दलों के सुप्रीमो की उम्र

नितिन नबीन का 2026 में पहला मुकाबला पश्चिम बंगाल में टीएमसी चीफ ममता बनर्जी से होगा. राज्य और देश की राजनीति का बड़ा अनुभव रखने वाली ममता बनर्जी की उम्र 70 साल है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की उम्र 52 साल, बीएसपी की मायावती की उम्र 69 साल, AAP के अरविंद केजरीवाल 57 साल, जनसुराज के प्रशांत किशोर 48 साल, डीएमके चीफ एमके स्टालिन 72 साल के हैं.

'पार्टी ने हमेशा अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा किया'

नितिन नबीन ने कहा कि पार्टी ने हमेशा अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा किया है और यही भरोसा संगठन की सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा कि जब एनडीए एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरता है तो किसी भी तरह की चुनौती प्रभावहीन हो जाती है. नितिन नवीन के इस बयान को आगामी राजनीतिक समीकरणों की ओर संकेत के तौर पर देखा जा रहा है, जहां गठबंधन की एकजुटता को निर्णायक माना जा रहा है. अपने राजनीतिक सफर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 20 वर्ष पहले पार्टी ने उन्हें पहला अवसर दिया था. उसी अवसर ने उन्हें सीखने, काम करने और आगे बढ़ने का मंच प्रदान किया.