नई दिल्ली: निर्भया की फांसी के बाद तिहाड़ जेल के बाहर मौजूद लोग बेहद खुश नजर आएं. उन्होंने जेल के बाहर जश्न मनाया और मिठाई बांटे. लोगों ने कहा कि आज का दिन देश की हर एक बेटी और इंसाफ पसंद लोगों के लिए आज बहुत शुम दिन है. एक बेटी के साथ दरिंदगी हुई थी और उसे आज इंसाफ मिला है. हम सब के लिए खुशी की बात है. जेल के बाहर लोग बड़ी संख्या में प्लेकार्ड लेकर मौजूद थे. लोगों के हाथों में तिरंगा था और वे इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे.


एक शख्स ने कहा कि वे तीन बजे से तिहाड़ जेल के बाहर मौजूद थे और इस इंतजार में थे कि कब दोषियों को फांसी के फंद पर लटकाया जाता है. ये बहुत पहले हो जाना चाहिए था. दोषियों के वकील को लेकर शख्स ने कहा कि उन्होंने बहुत गलत किया.

संविधान की वजह से इंसाफ मिला- आशा देवी

फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ''फाइनली आज उन्हें फांसी पर लटकाया गया है, आज का दिन हमारी बच्ची के नाम और देश की महिलाओं के नाम है. जिस तरह दोषियों की तरफ से एक एक याचिकाएं डाली गयीं लेकिन देश अदालत ने उन्हें खारिज किया. आज का दिन बहुत बड़ा है. कहीं ना कहीं इस केस के बहाने से हमारे कानून की कमियां सामने आ गईं, हमारे संविधान पर सवाल उठ गया था. लेकिन आज इसी संविधान और कानून के कारण ही मुझे इंसाफ मिला है. देश भर की महिलाओं में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा.''

निर्भया आज सच में खुश होगी- पिता बद्रीनाथ सिंह

दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा, आज निर्भया सच में खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''