Nirav Modi's Firm Auction: देश के कर दाताओं को हजारों का चूना लगाकर विदेश भागने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) पर शिंकजा कसने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. उसके स्वामित्व में चलने वाली फायरस्टार डायमंड (Firestar Diamond) इंटरनेशनल की नीलामी होने वाली है. 


इस कंपनी के हीरे, सोने और प्लेटिनम के आभूषणों की बिक्री 25 मार्च को ई-नीलामी के जरिये होगी. यह बिक्री नोटिस शांतनु टी. रे ने जारी किया है जिनको फरवरी 2020 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ ने फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड का परिसमापक (लिक्विडेटर) नियुक्त किया था.


कब होगी नीलामी?
इस कंपनी से जुड़े मामलों का प्रबंधन शांतनु द्वारा किया जा रहा है. नोटिस के मुताबिक सोने, प्लेटिनम और हीरे के आभूषणों की बिक्री 25 मार्च को ई-नीलामी के जरिए होगी. नीलाम की जाने वाली वस्तुओं का आरक्षित मूल्य नीलामी की तिथि को घोषित किया जायेगा.


परिसमापक ने इन आभूषणों के प्राइज वैल्यू डिसाइड करने के लिए जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को अप्वाइंट किया है. ई-नीलामी दस्तावेज के मुताबिक इस फर्म पर नीरव मोदी और हरेश व्रजलाल शाह कॉरपोरेट के हस्ताक्षर थे. 


कौन है नीरव मोदी और क्या है उससे जुड़ा विवाद?
नीरव मोदी 2018 की शुरुआत में देश छोड़कर भाग गया था. ईडी ने तत्काल उसके सभी कॉरपोरेट फर्म और कंपनियों को सीज कर दिया था. उसने अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर देश के सबसे बड़े बैंकिग घोटाले को अंजाम दिया था. 


उसने कुछ लोगों की मदद से पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National BanK) से 14 हजार करोड़ का लोन लिया था और उसके लिए उसने एक फर्जी अंडर टेकिंग बना रखी थी, और इसी फर्जी अंडरटेकिंग के जरिए उसने बैंक से इतना लोन लिया और फिर पकड़े जाने पर वह फरार हो गया. 


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