Nine Years of Modi Govt: केंद्र की सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने अपने 9 साल पूरे कर लिए हैं. जिसे बीजेपी एक इवेंट की तरह पेश कर रही है, बीजेपी ने इस मौके पर मोदी सरकार के तमाम काम गिनाए हैं. पिछले 9 साल में मोदी सरकार ने तीन तलाक और आर्टिकल 370 को हटाने जैसे कई बड़े फैसले लिए. हालांकि मोदी सरकार के सामने कई चुनौतियां अब भी बाकी हैं, जिन पर सरकार को काम करना है. सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर हम आपको मोदी सरकार की 9 चुनौतियों के बारे में बता रहे हैं. 


1. बेरोजगारी: मोदी सरकार भले ही अपने पिछले 9 साल के तमाम आंकड़े जारी कर रही हो, लेकिन पिछले कुछ सालों में बेरोजगारी के मोर्चे पर सरकार बैकफुट पर रही है. बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को जमकर घेरा है. 


2. महंगाई: मोदी सरकार के सामने दूसरी चुनौती महंगाई को कम करना होगा. देश में पिछले कुछ सालों में महंगाई भी तेजी से बढ़ी है. फिर चाहे वो खाने-पीने की चीजों के दाम हों या फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतें, हर मोर्चे पर महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ी है. 


3. गरीबी दूर करना: मोदी सरकार की तीसरी चुनौती गरीबी दूर करना है. गरीबी को लेकर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, वो चौंकाने और चिंता करने वाले हैं. प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में गरीबों की संख्या दोगुनी हो गई है. वहीं कुछ रिपोर्ट ऐसी भी आईं, जिनमें बताया गया कि भारत में गिने-चुने लोगों की संपत्ति में भारी इजाफा हो रहा है और ज्यादातर लोग गरीबी रेखा से नीचे जा रहे हैं. 


4. किसानों को राहत: मोदी सरकार के सामने चौथी चुनौती किसानों को राहत देने की है. सरकार ने किसानों से उनकी आय दोगुनी करने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया. साथ ही एमएसपी को लेकर भी किसानों की समस्या को दूर करना बड़ी चुनौती है. 


5. पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी: केंद्र की सत्ता में काबिज सरकार के लिए अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी कई तरह की चुनौतियां हैं. सरकार ने देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने की बात कही है, हालांकि अभी करीब 3.5 ट्रिलियन डॉलर पर देश टिका है. यानी इस टारगेट को पूरा करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. 


6. CAA लागू करना: नागरिकता कानून को लागू करना भी मोदी सरकार के सामने बड़ी चुनौती है. इसे करीब चार साल पहले मंजूरी मिली थी, लेकिन अब तक सरकार लागू नहीं कर पाई. सीएए के विरोध में देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. जिनमें कई लोगों की जान भी गई थी. हालांकि गृहमंत्री अमित शाह कहते आए हैं कि सीएए और एनआरसी लागू होगा. 


7. चीन पर लगाम: मोदी सरकार के सामने पड़ोसी मुल्क चीन भी एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ा है. चीन का भारतीय सीमा पर लगातार आक्रामक रुख रहा है. गलवान से लेकर तवांग तक, चीन ने हर मोर्चे पर भारत के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं. विपक्ष भी इसे लेकर मोदी सरकार को घेरता रहा है. 


8. पाकिस्तान का इलाज: चीन की ही तरह भारत के लिए दूसरे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी कई तरह के खतरे हैं. पाकिस्तान सीमा पार से भारत में आतंकवाद फैलाने का काम करता है. कश्मीर में पिछले कुछ सालों में टारगेट किलिंग भी बढ़ी हैं, यानी आतंकवाद के मोर्चे पर पाकिस्तान भी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. 


9. लोकसभा चुनाव 2024: मोदी सरकार के दो कार्यकाल पूरे होने के बाद 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहा है. जिसमें मोदी सरकार के लिए विपक्ष एक बड़ी चुनौती बन सकता है. तमाम विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा या महागठबंधन बनाने की तैयारी कर रहे हैं, अगर वाकई ऐसा होता है तो इससे लड़ना मोदी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. 


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