राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ सप्ताहों में कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट आने के बाद अब रात का कर्फ्यू लगाए जाने की कोई संभावना नहीं है. जहां पहले शहर में हर दिन 7 हजार से 8 हजार कोरोना के मामले आ रहे थे वहीं अब ये घटकर 4 हजार से 5 हजार रह गए हैं. वहीं पॉजिटिविटी रेट में 8 नवंबर को 15.2  फीसदी से 1 दिसंबर को 6.8  फीसदी तक तेज गिरावट देखी गई है. हालांकि विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की थी कि सर्दी, प्रदूषण और अन्य कारकों के कारण कोविड-19 मामले 15,000 प्रतिदिन का आंकड़ा छू सकते हैं.


दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर में और आएगी गिरावट


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जानकारी दी थी कि दिल्ली में संक्रमण दर में नवंबर की शुरुआत के बाद करीब 55 फीसदी की गिरावट आई है और अगले दो हफ्तों में इसमें और गिरावट आएगी. उन्होंने बताया था कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर सात नवंबर को 15.26 फीसदी से घटकर 7.35 फीसदी पर आ गई है.


दिल्ली में का कर्फ्यू लगाने की संभावना नहीं


गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने उच्च न्यायालय में पिछले सप्ताह कहा था कि वह तीन से चार दिनों में हालातों को देखते हुए यह तय करेगी कि राजधानी में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए रात का कर्फ्यू लगाया जाए या नहीं. सरकारी सूत्रों के मुताबिक कर्फ्यू लगाने के बारे में सरकार द्वारा निर्णय लिए जाने का संबंध संक्रमण दर से हैं. अब जब संक्रमण दर में काफी गिरावट आई है ऐसे में इस बात की संभावना कतई नहीं है कि सरकार दिल्ली में रात का कर्फ्यू लगाएगी.


बता दें कि 25 नवंबर को गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश अपने आकलन के आधार पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को थामने के लिए रात का कर्फ्यू जैसी स्थानीय पाबंदियां लगा सकती है.


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