Pakistan-backed Terror Conspiracy Case: आतंक फैलाने की पाकिस्तान समर्थित साजिश के मामले में शनिवार को जम्मू की छह जगहों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के द्वारा छापेमारी की गई. इस दौरान एनआईए ने डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है. 


एजेंसी ने अपने बयान में जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की साजिश से संबंधित मामले में एनआईए की टीमों द्वारा जम्मू प्रांत के डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों में छापेमारी और तलाशी की गई. ये आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में चिपचिपे बम, आईईडी और छोटे हथियारों से हिंसक हमले करने की योजना बना रहे थे. 


जब्त किए गए आपत्तिजनक दस्तावेज


इस छापेमारी में एनआईए ने हाइब्रिड आतंकवादियों, ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू), सहानुभूति रखने वालों, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों से जुड़े कैडरों से आपत्तिजनक डेटा और दस्तावेज जब्त किए हैं. इसमें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र, अल-कायदा आदि शामिल हैं. इस साजिश का पर्दाफाश करने के लिए एजेंसी इन उपकरणों की जांच कर रही है. 


एनआईए ने आतंकी नेटवर्क खत्म करने के लिए छापेमारी


एनआईए ने 21 जून, 2022 में इन संगठनों के साथ-साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके) जैसे शुरू किये गए नए संगठनों के द्वारा संचालित आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए स्वत: इस मामले का संज्ञान लिया था. एजेंसी के द्वारा की गई इस कार्रवाई का उद्देश्य जम्मू से आतंकी नेटवर्क को खत्म करने था, ताकि यहां पर शांति बनी रहे. इसके अलावा यहां के युवा इन आतंकी संगठनों से जुड़ ना पाएं. 


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