NIA Raids in Punjab: आतंकवादी संगठन (Terror Organization) बब्बर खालसा इंटरनेशनल (Babbar Khalsa International) के करनाल (Karnal) में पकड़े गए चार कथित आतंकवादियों (Terrorist) और बरामद विस्फोटक पदार्थ और हथियारों के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आज पंजाब (Punjab) के शहरों में सात ठिकानों पर छापेमारी (Raid) की. इस छापेमारी के दौरान वित्तीय लेनदेन (Financial Transaction) प्रॉपर्टी (Property) समेत अनेक डिजिटल डिवाइस बरामद हुए हैं.

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह मामला 5 मई 2022 को करनाल के मधुबन थाना अंतर्गत टोल प्लाजा के पास से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के कथित चार आतंकवादियों और उनके पास से बरामद हथियारों आदि से संबंधित है. इस मामले में चार कथित आतंकवादियों समेत तीन आईईडी एक पिस्तौल दो मैगजीन 31 जिंदा कारतूस, 6 मोबाइल समेत एक लाख 30 हजार रुपए बरामद हुए थे. यह मामला शुरुआती दौर में करनाल के मधुबन थाने में दर्ज हुआ था. जिसे बाद में जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दिया गया था.

भारत में आतंक फैलाने की थी साजिशशुरुआती जांच के दौरान यह पता चला था कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा ने यह विस्फोटक हथियार और गोला बारूद आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए भारत भिजवाया था. उसके इस काम के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का भी हाथ था. आरोप है कि आईएसआई अपने इस पाकिस्तान में बैठे अपने इस आतंकवादी रिंदा के काटेक्ट के जरिए भारत के विभिन्न भागों में आतंकवादी कार्रवाइयों को अंजाम देना चाहती है.

वित्तीय लेन-देन के दस्तावेज बरामदप्रारंभिक पूछताछ के दौरान पकड़े गए कथित आतंकवादियों (Terrorist) ने भी इस बात को कबूल किया था कि उन्हें इस काम के लिए पाकिस्तान (Pakistan) में बैठे रिंदा ने पैसे दिए थे. सूचना के आधार पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आज पंजाब (Punjab) के लुधियाना (Ludhiyana) फिरोजपुर (Firozpur) और गुरदासपुर  के सात ठिकानों पर छापेमारी की. एजेंसी का दावा है कि इस छापेमारी के दौरान आर्थिक लेनदेन से संबंधित अनेक कागजात प्रॉपर्टी के दस्तावेज तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि बरामद हुए हैं. बरामद सामान की जांच की जा रही है उसके आधार पर आगे की छापेमारी और गिरफ्तारी की जा सकती है. मामले की जांच जारी है.

यह भी पढ़ेंः 

Presidential Candidate 2022: देश को पहला दलित, पहला मुस्लिम - राष्ट्रपति कांग्रेस ने दिया, पहली आदिवासी भाजपा ने दिया

Presidential Elections 2022: यशवंत सिन्हा की राष्ट्रपति उम्मीदवारी को मिला कितने दलों का साथ? जानें