राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड में सुरक्षा बलों पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) कार्यकर्ताओं के हमले से संबंधित 2024 के मामले में एक मुख्य आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. अधिकारियों ने शनिवार (27 सितंबर, 2025) को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि बिहार के जमुई जिले के अभिजीत कोड़ा उर्फ सुनील कोड़ा उर्फ मतला कोड़ा उर्फ मतलू का नाम शुक्रवार (26 सितंबर, 2025) को झारखंड के रांची में स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दायर आरोप पत्र में शामिल है. एनआईए ने एक बयान में कहा कि भाकपा (माओवादी) का एक सशस्त्र कार्यकर्ता कोड़ा प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन की उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने और अन्य सदस्यों के साथ मिलकर संगठन को बढ़ावा देने/मजबूत बनाने के आपराधिक षड़यंत्र में शामिल था.
वरिष्ठ माओवादी नेताओं के लिए ‘कूरियर’
एनआईए ने कहा कि जांच में पता चला है कि वह वरिष्ठ माओवादी नेताओं के लिए ‘कूरियर’ और संदेशवाहक के रूप में काम कर रहा था और संगठन का विस्तार करने और गैरकानूनी/आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के उनके प्रयासों का भी समर्थन करता था.
एनआईए ने बताया कि मामला पिछले साल फरवरी का है, जब झारखंड पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बोकारो जिले के चतरो-चट्टी के सुंदरी पहाड़ी वन क्षेत्र में 15-20 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया था.
नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर की अंधाधुंध गोलीबारी
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, नक्सली कथित तौर पर अपराध करने, युवाओं की भर्ती करने, लेवी वसूलने और सुरक्षा बलों पर हमला करने की साजिश रच रहे थे. तलाशी अभियान के दौरान, नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोली चलाई. हालांकि, माओवादी कार्यकर्ता घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए. एनआईए ने जून 2024 में जांच का जिम्मा संभाला था.
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