लद्दाख को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर एक्टिविस्ट और एनवायरमेंटलिस्ट सोनम वांगचुक के धरना प्रदर्शन के दौरान जमकर हिंसा हुई. इस कारण ही उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. हिंसा के चलते लेह में अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है.

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कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने शनिवार (27 सितंबर, 2025) को न्यूज एजेंसी एएनआई से दिल्ली में बात करते हुए कहा कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी अनुचित और अलोकतांत्रिक है. उन्होंने (केंद्र सरकार ने) पिछले पंचायत चुनावों में उनसे (लद्दाख के लोगों से) छठी अनुसूची का वादा किया था, अब वे इसे पूरा नहीं कर रहे.

'केंद्र शासित प्रदेश बनाने के समय साथ थे सोनम वांगचुक' शमा मोहम्मद ने कहा कि वो (मोदी सरकार) लोगों को यह विश्वास दिलाना चाहती है कि वे अच्छे हैं, लेकिन उन्होंने उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के समय उनके साथ था.

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शमा मोहम्मद ने मांगा अजीत डोभाल का इस्तीफाकांग्रेस नेता ने सरकार को घेरते हुए कहा कि मोदी सरकार का दावा है कि ये विरोध प्रदर्शन पूर्व नियोजित था तो ऐसे में लद्दाख एक उच्च-खुफिया क्षेत्र होने के बावजूद खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी? उन्होंने आगे कहा कि अजीत डोभाल नाम का आदमी क्या कर रहा है? अब समय आ गया है कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और सोनम वांगचुक को जल्द से जल्द रिहा किया जाना चाहिए. हम उनकी गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं.

लद्दाख के जिन इलाकों में बवाल हुआ था, वहां सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है. प्रशासन ने हिंसा भड़कने के लिए सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उनके भड़काऊ बयानों ने युवाओं को उकसाया. लेह में इंटरनेट स्पीड धीमी कर दी गई है.

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