Kashmir Terror Attack: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार (28 जनवरी, 2025) को आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की. ये छापेमारी प्रवासी श्रमिकों पर हुए हमलों की साजिश से जुड़ी थी. एनआईए (NIA) ने श्रीनगर, सोपोर और बडगाम में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया, जिसमें 7 फरवरी 2024 को श्रीनगर के शल्ला कदल इलाके में दो पंजाब के प्रवासी श्रमिकों की हत्या की जांच की गई.
जांच के अनुसार अमृतपाल सिंह और रोहित मसीह की हत्या लश्कर-ए-तैयबा (LET) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के आतंकवादियों द्वारा की गई थी. इस जघन्य हमले में आतंकवादियों ने दोनों श्रमिकों को निशाना बनाया. घटना के बाद एनआईए ने अगस्त 2024 में एक आरोपपत्र दायर किया, जिसमें चार आरोपियों का नाम लिया गया जिनमें आदिल मंजूर लंगू भी शामिल है. आरोपपत्र में ये भी दावा किया गया कि पाकिस्तान स्थित हैंडलर जहांगीर उर्फ पीर साहब ने आतंकियों को निर्देश दिए थे.
कश्मीर में छापेमारी से मिले कई अहम सबूत
एनआईए की छापेमारी में श्रीनगर के सोपोर से जुड़े कारोबारी परिवार के घर और दो अन्य जगहों पर दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पेन ड्राइव, मोबाइल और अन्य उपकरण जब्त किए गए. बडगाम जिले में भी छापेमारी की गई जहां से कई अहम सबूत मिले हैं. एनआईए की ये कार्रवाई आतंकवादी नेटवर्क की पहचान और उनके संचालित करने के तरीके को उजागर करने में मददगार साबित हो सकती है.
कश्मीर में आतंकवादी नेटवर्क पर शिकंजा
NIA के इस कदम से ये साफ हो गया है कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी. कश्मीर में आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने और उन्हें पनपने से रोकने के लिए एजेंसी अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है. सुरक्षा एजेंसियों की ओर से लगातार की जा रही छापेमारी से आतंकवादियों में भय व्याप्त है और ये दर्शाता है कि भारत इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है.
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