नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी NIA ने ट्रांसनेशनल मानव तस्करी और साइबर फ्रॉड से जुड़े एक बड़े मामले में फरार आरोपी की संपत्तियों को अटैच किया है. ये कार्रवाई पटना NIA की स्पेशल कोर्ट के आदेश पर की गई है.

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NIA के मुताबिक, आरोपी आनंद कुमार सिंह का एक फ्लैट महाराष्ट्र के ठाणे में और एक जमीन बिहार के सिवान में है. ये दोनों संपत्तियां आरोपी ने अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी थी. जांच में सामने आया है कि ये पैसा मानव तस्करी से कमाया गया था. आनंद कुमार सिंह फिलहाल कंबोडिया में रह रहा है और भारतीय नागरिक है.

एजेंसी की जांच में पता चला है कि आरोपी एक ऐसे गिरोह का हिस्सा था. जो भारत के युवाओं को विदेश में अच्छी नौकरी का झांसा देकर फंसाता था. उन्हें कंबोडिया जैसे देशों में भेजा जाता था. वहां पहुंचते ही युवाओं के पासपोर्ट छीन लिए जाते थे और उन्हें जबरन साइबर ठगी करने वाली कंपनियों को बेच दिया जाता था.

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अगर कोई युवक इन फर्जी कॉल सेंटर्स या साइबर फ्रॉड के काम से मना करता था तो उसके साथ मारपीट और मानसिक यातना दी जाती थी. NIA ने जांच के दौरान कई पीड़ितों के बयान दर्ज किए हैं जिनसे इस पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ.

पटना की NIA स्पेशल कोर्ट ने 10 दिसंबर को इन दोनों संपत्तियों को अपराध से कमाई गई संपत्ति मानते हुए जब्त करने का आदेश दिया था. कोर्ट ने ये भी कहा है कि नीलामी के बाद जो पैसा मिलेगा, उसे सरकार के खाते में जमा किया जाएगा. NIA का कहना है कि इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह की पूरी कड़ी को तोड़ने के लिए जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते है.