नई दिल्ली: देश के नए उप-राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज नामांकन होगा. एनडीए की तरफ से बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू सुबह 11 बजे नामांकन करेंगे. वहीं, 18 विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी दोपहर साढ़े बारह बजे नामांकन करेंगे.


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कल बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को एनडीए का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का एलान किया गया था. वेंकैया नायडू का उप राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है क्योंकि वोटों का गणित पूरी तरह से उनके पक्ष में है.


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एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू और विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी के नामांकन करने के साथ ही देश के नए उप-राष्ट्रपति के चुनाव की रेस आज शुरू हो जाएगी. इस चुनावी मुकाबले के तहत मतदान पांच अगस्त को होगा और नतीजे भी उसी दिन आ जाएंगे. हालांकि इसे महज एक औपचारिकता माना जा रहा है, क्योंकि वोटों का गणित बता रहा है कि वेंकैया नायडू की जीत पक्की है.


उपराष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है?


उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मिलकर करते हैं.- लोकसभा में अभी 541 सांसद हैं. दो संसदीय क्षेत्रों की सीटें खाली हैं. राज्यसभा में 243 सांसद हैं, यहां भी दो सीटें खाली हैं. राज्यसभा और लोकसभा को मिलाकर कुल 785 सांसद हैं.


वेंकैया नायडू का जीतना तय


उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 393 सांसदों का समर्थन चाहिए. लोकसभा में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास 336 सांसद हैं. वहीं, राज्यसभा में एनडीए के पास 70 सांसद हैं. इस तरह 406 सांसद तो सीधे तौर पर वेंकैया नायडू के साथ हैं.


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इनके अलावा उन्हें AIDMK, BJD, TRS समेत कई और पार्टियों का समर्थन मिलने की उम्मीद भी है. जबकि यूपीए के पास कुल मिलाकर सिर्फ 206 सांसद हैं. यही वजह है कि इस मुकाबले में यूपीए  उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी के मुकाबले वेंकैया नायडू की जीत तय मानी जा रही है.


नामांकन से पहले मंत्री पद से नायडू ने दिया इस्तीफा 


नाम का एलान होने के बाद नायडू अटल बिहारी वाजपेयी और मुरली मनोहर जोशी और पार्टी के अन्य बड़े नेताओं से मिलने के लिए जाएंगे. इससे पहले नायडू ने शहरी विकास मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. नियम के मुताबिक उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति के पास लाभ का कोई पद नहीं होना चाहिए.